लातेहारः झारखंड में अवैध खनन के मामले में वरीय अधिकारियों से लेकर बड़े-बड़े राजनेता ईडी के रडार पर है. इससे राज्य में अवैध खनन को लेकर खलबली मची है. इसके बावजूद लातेहार में अवैध खनन थम नहीं रहा है. स्थिति यह है कि अवैध कोयला तस्करी में संलिप्त अपराधी बेखौफ होकर कोयले का खनन और तस्करी (Illegal coal business going on in Latehar) कराने में जुटे हैं.
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लातेहार सदर प्रखंड के तूबेद गांव के पास बड़े पैमाने पर कोयले का अवैध खनन और तस्करी किया जाता है. ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. तस्करों ने गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर अवैध रूप से कोलियरी खोल रखा है. इस अवैध कोलियरी से प्रतिदिन बड़े पैमाने पर कोयले का अवैध खनन किया जाता है और स्थानीय और बाहरी बाजारों में बेचा जाता है. बताया जाता है कि देर शाम से सुबह तक तस्कर सक्रिय रहता है.
मिली जानकारी के अनुसार कोयले के इस अवैध कारोबार में स्थानीय तस्करों के साथ साथ कई बड़े तस्कर भी शामिल हैं. ग्रामीणों की मानें तो तस्करी के धंधे में कुछ नक्सलियों को भी एक हिस्सा दिया जाता है. वहीं अपराधिक किस्म के व्यक्ति भी इस धंधे में मदद कर रहा है. कोई ग्रामीण विरोध करता है तो उसे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी जाती है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि आसपास के कुछ दबंग लोग हैं, जो कोयले के अवैध कारोबार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शाम होते ही कोयले का अवैध कारोबार शुरू हो जाता है तो दबंग लोग मोटरसाइकिल से कोयला ढोने वाले लोगों से 200 रुपये प्रति ट्रिप वसूलते हैं. इसके अलावे साइकिल से कोयला ढोने वालों से भी वसूली की जाती है. तस्कर ट्रैक्टर से भी कोयले की तस्करी करते हैं. हालांकि, पुलिस को जब भी सूचना मिलती है तो कार्रवाई करती है. ग्रामीण बताते हैं कि पुलिस खानापूर्ति करते हुए मोटरसाइकिल और साइकिल वाले को पकड़ता है. लेकिन मुख्य सरगाना आजद रहता है. वहीं, जिला प्रशासन ने खनन टास्क फोर्स के साथ बैठक की और निर्देश दिया कि अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें.