लातेहार: मामूली गलती भी कभी-कभी जानलेवा बन जाता है. लातेहार के मनिका प्रखंड के हाटा गांव निवासी चिंता कुमारी को मामूली गलती के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी. चिंता कुमारी ने गलती से कीड़े को मारने वाली दवा को खा ली थी. जिसके कारण उसकी मौत हो गई.
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मिली जानकारी के अनुसार हाटा गांव निवासी नागेश्वर उरांव और उनकी पत्नी अपनी खेत में काम करने गए थे. दोनों सब्जियों की सिंचाई कर रहे थे. इसी दौरान अचानक उनकी बेटी चिंता कुमारी चिल्लाने लगी. दोनों मां-बाप अपनी बेटी की आवाज सुनकर दौड़कर घर में गए तो देखा कि उनकी बेटी काफी परेशान है. चिंता कुमारी ने अपने माता-पिता को बताया कि गलती से उसने एक दवा को पी ली है. माता-पिता ने जब दवा को देखा तो पाया किया दवा फसल के कीड़े को मारने के लिए लाया गया था.
घरेलू उपचार के बाद ले गए अस्पताल: इधर, घटना के बाद चिंता के पिता नागेश्वर उरांव ने बताया कि जैसे ही उन्हें यह जानकारी मिली कि उनकी बेटी ने गलती से दवा पी ली है ,तो उन्होंने तुरंत घरेलू उपचार आरंभ किया. नींबू और मैदा का घोल पिलाया, परंतु जब स्थिति अत्यंत बिगड़ने लगी तो उसे लेकर प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र कुमंडीह पहुंचे. यहां उपस्थित चिकित्सा कर्मियों ने लड़की की स्थिति को देखते हुए उसे सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी. इसके बाद मोटरसाइकिल पर किसी प्रकार एक अन्य ग्रामीण की मदद से वह अपनी बेटी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उनकी बेटी को मृत घोषित कर दिया.
बेटी ही थी नागेश्वर के परिवार का सहारा: नागेश्वर उरांव ने बताया कि उनका कोई लड़का नहीं है. दो बेटियां थी, इनमें एक की शादी काफी पहले ही कर दी थी. घर में अब एक मात्र उनकी बेटी चिंता ही माता-पिता की सहारा थी. इसकी मौत के बाद परिवार के समक्ष दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
पुलिस को दी गई सूचना: इधर, घटना के बाद मनिका पुलिस को घटना की जानकारी दी गई. इसके बाद थाना प्रभारी भानु प्रताप सिंह के निर्देश पर पुलिस के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतका के परिजनों का बयान लिया. इसके आधार पर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच की जा रही है. वहीं घटना के बाद मृतका चिंता कुमारी के माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है.