लातेहार: मनिका थाना क्षेत्र के मानिकडीह गांव जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है. इसी का लाभ उठाकर पत्थर माफिया खुलेआम पहाड़ों में जिलेटिन लगाकर विस्फोट और पत्थरों का अवैध उत्खनन करते हैं.
रविवार की रात इसी दौरान एक स्थान पर अचानक विस्फोट हो गया जिसकी चपेट में आने से चार मजदूर घायल हो गए. घायल मजदूरों में जगेश्वर सिंह, नंददेव उरांव,अरूण उराव और अर्जुन उरांव शामिल हैं. घायलों को रिम्स रेफर कर दिया गया. हालांकि, पूरे मामले में अभी पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.
अवैध उत्खनन के लिए पत्थर माफियाओं ने लगाया बारूद, विस्फोट में 4 मजदूर गंभीर रूप से घायल
लातेहार और पलामू जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित मनिका थाना क्षेत्र के मानिकडीह गांव में पहाड़ी पर पत्थर माफियाओं ने सैकड़ों विस्फोटक लगाए थे जिसमें हुए विस्फोट से चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
लातेहार: मनिका थाना क्षेत्र के मानिकडीह गांव जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है. इसी का लाभ उठाकर पत्थर माफिया खुलेआम पहाड़ों में जिलेटिन लगाकर विस्फोट और पत्थरों का अवैध उत्खनन करते हैं.
रविवार की रात इसी दौरान एक स्थान पर अचानक विस्फोट हो गया जिसकी चपेट में आने से चार मजदूर घायल हो गए. घायल मजदूरों में जगेश्वर सिंह, नंददेव उरांव,अरूण उराव और अर्जुन उरांव शामिल हैं. घायलों को रिम्स रेफर कर दिया गया. हालांकि, पूरे मामले में अभी पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.
लातेहार लातेहार जिले में पत्थर का अवैध उत्खनन चरम पर है, पत्थर माफिया लोगों की जान जोखिम में डालकर अपनी तिजोरी भरने में लगे हैं. ऐसा ही एक दृश्य लातेहार और पलामू जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित मनिका थाना क्षेत्र के मानिकडीह गांव में देखने को मिल रहा है.इस गांव की पहाड़ी पर पत्थर माफियाओं के द्वारा सैकड़ों विस्फोटक लगाए गए हैं.सोमवार की रात इसी विस्फोट में चार मजदूर गंभीर रूप से घायल भी हो गए हैं.जिनका इलाज रिम्स में किया जा रहा है.Body:दरअसल मनिका थाना क्षेत्र का मानिकडीह गांव जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है.इसी का लाभ उठाकर पत्थर माफिया खुलेआम पहाड़ों में जिलेटिन लगाकर विस्फोट कराते हें और पत्थरों का अवैध उत्खनन करते हैं.रविवार की रात जिलेटिन लगाया जा रहा था. इसी दौरान एक स्थान पर अचानक विस्फोट हो गया. जिसके चपेट में वहां काम कर रहे चार मजदूर घायल हो गए. घायल मजदूरों में जगेश्वर सिंह,नंददेव उरांव,अरूण उराव औरअर्जुन उरांव शामिल हैं. सभी को पलामू के तुंबागड़ा अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद सोमवार की रात में ही रिम्स रेफर कर दिया गया. हलांकि पुरे मामले में अभी पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है.
vo-jh_lat_01_explosive_on_mountains_visual_jh10010- पहाड़ में बिछा विस्फोटकConclusion:जिले में चल रहे इस प्रकार के अवैध खनन मजदूरों के लिए आफत बन गयी है. कुछ पैसे की लालच में मजदूर भी अपनी जान दाव पर लगाकर काम करने को मजबूर है. परंतु पुरे इतने दिनों से खनन होने के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया जाना अपने आप में कई सवालों को जन्म दे रहा है.