लातेहारः जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के मालहन रेलवे स्टेशन के निकट स्थित रेल लाइन निर्माण कंपनी के साइट पर उग्रवादियों ने फायरिंग की. लेवी के लिए दहशत फैलाने को लेकर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना में कंपनी के इंजीनियर समेत तीन लोग घायल हो गए (Firing on engineers in latehar) हैं. जिसमें से एक की हालत गंभीर है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच में जुट गई है.
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उग्रवादियों ने की फायरिंगः दरअसल बरकाकाना से लेकर बरवाडीह तक तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है. निर्माण कार्य को लेकर मालहन स्टेशन के निकट ही कंपनी के द्वारा साइडिंग बनाई गई है. शुक्रवार की शाम मजदूर और कंपनी के स्टाफ साइडिंग में मौजूद थे. इसी दौरान अचानक हथियारबंद उग्रवादी साइडिंग के पास पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग कर दी. जब तक स्टाफ और मजदूर कुछ समझ पाते तब तक उग्रवादियों की गोलियों से 3 लोग घायल हो गए. इसके बाद उग्रवादी वहां से फायरिंग करते हुए फरार हो गए.
घायलों को पहुंचाया गया अस्पतालः घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया जहां औरंगाबाद बिहार के रहने वाले इंजीनियर शिव कुमार यादव की स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी. वही मजदूर विशेश्वर यादव और विकास यादव को भी गोली लगी है. दोनों मजदूर लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. तीनों का प्राथमिक इलाज चंदवा में किए जाने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है.
एसपी के नेतृत्व में पुलिस बल पहुंची घटनास्थलः इधर घटना की सूचना जैसे ही लातेहार पुलिस को मिली, वैसे ही एसपी अंजनी अंजन और लातेहार एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्र दल बल के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हो गए. एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली और पूरे इलाके को सील करवा कर उग्रवादियों के खिलाफ छापेमारी आरंभ करवा दी है.
लेवी के लिए होती रहती है घटनाः बताया जाता है कि रेलवे की तीसरी लाइन निर्माण कार्य में लेवी की मांग को लेकर कई बार उग्रवादी संगठनों के द्वारा हिंसक कार्रवाई की गई है. कई बार पहले भी उग्रवादियों के द्वारा निर्माण स्थल पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया है. हालांकि पुलिस की तत्परता के कारण कई अपराधियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. उग्रवादियों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है.
क्या है फ्रेट कॉरिडोरः फ्रेट कॉरिडोर केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजाओं में से एक है. फ्रेट कॉरिडोर मतलब ऐसी रेल लाइन है जिसका इस्तेमाल सिर्फ मालगाड़ियों के लिए किया जाएगा. देश में ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है जिसकी लंबाई 3 हजार किलोमीटर है.
साल 2021 में मिली थी मंजूरीः सोननगर से पतरातू के बीच रेलवे का पहला फ्रेट कॉरिडोर बन रहा हगै. इससे न सिर्फ यात्री ट्रेनों को फायदा होगा बल्कि कारोबारियों को भी सीधा लाभ होगा. कारोबारियों को कम समय में सामान मिल पाएगा. साल 2021 के बजट में सोननगर से गोमो तक फ्रेट कॉरिडोर बनाने की घोषणा हुई थी. पहले चरण में सोननगर से पतरातू रेलवे स्टेशन के बीच फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसके लिए तीसरी लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है. फ्रेट कॉरिडोर के लिए पहले चरण में 293 किलोमीटर लंबी तीसरी रेलवे लाइन बिछाई जा रही है. सोननगर से गढ़वा रोड रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी 93 किलोमीटर है जबकि गढ़वा रोड से पतरातू रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी 200 किलोमीटर. फ्रेट कॉरिडोर के तहत 11 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पलामू टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से होकर गुजरनी है. हालांकि, पलामू टाइगर रिजर्व ने पूरे मामले में रेलवे बोर्ड को रेल लाइन डाइवर्ट करने का आग्रह किया है.