लातेहारः जिले के चंदवा प्रखंड के चकला गांव स्थित अभिजीत पावर प्लांट परिसर में बुधवार को दो गुटों में जमकर हाथापाई होने का एक वीडियो वायरल हुआ है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. बताया जाता है कि बंद पड़े अभिजीत ग्रुप में काम कर रहे हो कामगारों और स्क्रैप कटिंग कंपनी के प्रतिनिधि के बीच झड़प हुई है. फिलहाल तनाव की स्थिति बनी हुई है.
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स्क्रैप कटिंग कार्य का मजदूरों को नहीं मिला है भुगतानः दरअसल, चंदवा प्रखंड के चकला गांव में अभिजीत पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन कोल ब्लॉक का आवंटन रद्द होने के कारण यह पावर प्लांट पूर्ण होने से पहले ही अधर में लटक गया. पावर प्लांट का कार्य बंद होने के बाद प्लांट में स्क्रैप कटिंग का कार्य चल रहा है. पहले चरण में स्क्रैप कटिंग का कार्य पूर्ण होने के बाद अब दूसरे चरण में स्क्रैप कटिंग का कार्य आरंभ किया जाना था. लेकिन पहले चरण में काम करने वाले मजदूरों और अन्य कामगारों को पूरे पैसे का भुगतान कंपनी प्रबंधन के द्वारा नहीं किया गया.
भुगतान की मांग को लेकर कंपनी प्रतिनिधि से हुआ मजदूरों का विवादः रुपए के भुगतान को लेकर कामगार स्क्रैप कटिंग कंपनी के प्रतिनिधि से मिलने पहुंचे थे. कामगारों का कहना था कि पहले प्रथम चरण में हुए कार्य का पूरा भुगतान किया जाए, उसके बाद ही दूसरे चरण में स्क्रैप कटिंग का कार्य चालू होने दिया जाएगा. इस बात पर कंपनी के प्रतिनिधि और कामगारों में तू-तू मैं-मैं होने लगी. बात बढ़ते-बढ़ते कंपनी प्रतिनिधियों और मजदूरों में हाथापाई हो गई.
रण क्षेत्र बना अभिजीत ग्रुपः अभिजीत ग्रुप का प्रांगण बुधवार को अचानक रण क्षेत्र बन गया था. एक तरफ काम करने वाले मजदूर और कामगार थे तो दूसरी तरफ स्क्रैप कटिंग कंपनी के प्रतिनिधि और उनके कुछ अन्य सहयोगी थे. हालांकि कुछ लोग दोनों गुटों को समझाने का भी प्रयास करते रहे, लेकिन स्थिति ऐसी बन गई थी कि कोई किसी की सुनने को तैयार ही नहीं था. हालांकि कंपनी के प्रांगण में प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी तत्काल हस्तक्षेप करते हुए दोनों गुटों के लोगों को अलग किया.
कंपनी में स्थिति तनावपूर्णः घटना के बाद कंपनी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. मजदूरों का कहना है कि स्क्रैप कटिंग कंपनी के प्रतिनिधि के द्वारा लगातार मजदूरों का शोषण किया जाता रहा है. मजदूरों का पैसा बकाया रखकर फिर से काम आरंभ करने की फिराक में कंपनी के लोग लगे हैं. यदि एक बार काम पूरा हो गया तो फिर किसी मजदूर को पैसा नहीं मिलेगा. इसलिए मजदूर पहले पुराने बकाए राशि की मांग कर रहे हैं. उसके बाद ही आगे का काम होने देंगे.
मजदूरों का बकाया भुगतान नहीं हुआ तो करेंगे आंदोलनः उधर, घटना के संबंध में कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष असगर खान ने कहा कि कंपनी के प्रतिनिधि के द्वारा मनमानी की जा रही है. स्थानीय मजदूरों का शोषण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि कंपनी के द्वारा मजदूरों और कामगारों को पुराने बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया तो जरूरत पड़ने पर वे लोग आंदोलन भी करेंगे. वहीं घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझा रही है.