लातेहारः कोरोना की दूसरी लहर से लोगों के मन में भय व्याप्त हो गया है. कोरोना के डर ने अन्य बीमारियों को काफी हद तक गौण कर दिया. ऐसे में सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी काफी कम हो गई है. जो एक चिंता का विषय बनकर सामने आया है.
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कोरोना की दूसरी लहर ने आम लोगों के मन में भय का माहौल बना दिया है. ऐसे में लोग छोटी-मोटी बीमारी होने पर अस्पताल जाने के बजाए खुद ही घरेलू इलाज कर ले रहे हैं, लोग अस्पताल जाने से डर रहे हैं. स्थितियां हो गई है कि आम दिनों में जितने मरीज अस्पतालों में आकर इलाज करवाते थे, उससे एक चौथाई मरीज भी इन दिनों अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे में अस्पताल के आउटडोर और ओपीडी से लेकर इमरजेंसी वार्ड तक सन्नाटा पसरा है. हालांकि अस्पताल में 24 घंटे स्वास्थ्य कर्मी और चिकित्सक अपनी सेवा दे रहे हैं.
सदर अस्पताल में आते थे प्रतिदिन 300 मरीज
लातेहार सदर अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 300 मरीजों का इलाज होता था. जिला के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में मरीज अस्पताल पहुंचकर अपना इलाज करवाते थे. पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या काफी कम हो गई है. वर्तमान समय में दिनभर में 100 मरीज भी अस्पताल में इलाज करवाने नहीं पहुंच रहे हैं. पुरुष और महिला दोनों ओपीडी में चिकित्सक बैठ रहे हैं, पर काफी कम मरीज अस्पताल आ रहे हैं.
चिकित्सकों ने जताई चिंता
अस्पताल में इलाज कराने काफी कम संख्या में मरीजों के आने से चिकित्सकों ने चिंता जताई है. महिला चिकित्सक ने कहा कि लोग कोरोना से भयभीत हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सावधानी जरूर बरतनी चाहिए. लेकिन जरूरत पड़ने पर अपना इलाज कराने अस्पताल भी आना चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं को कई प्रकार की है टीकाकरण और जांच की जरूरत होती है. ऐसे में पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मरीजों को अस्पताल आकर अपना इलाज करवाने की जरूरत है.
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सावधानी बरतें, पर डरे नहीं
लातेहार सिविल सर्जन डॉक्टर एसके श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना को लेकर सावधानी बरतने की बिल्कुल जरूरत है. अगर बीमार पड़ें तो अनिवार्य रूप से अस्पताल आकर अपना इलाज करवाएं. यहां 24 घंटे इलाज की पूरी व्यवस्था है. उन्होंने यह भी कहा कि लोगों से अपील है कि बिना काम के अस्पताल में बिल्कुल ना आए.