लातेहार: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कई लोग आज भी कुपोषण के शिकार होते हैं. गरीबों की थाली तक पौष्टिक आहार नहीं पहुंच पाती है. इसी कमी को खत्म करने के लिए झारखंड सरकार के निर्देशों पर लातेहार जिले में दीदी बाड़ी योजना का शुभारंभ किया गया है. मनरेगा योजना के तहत चल रहे इस योजना का उद्देश्य गरीबों की थाली तक पौष्टिक आहार पहुंचाना है.
दीदी बाड़ी योजना के तहत महिलाओं के खाली पड़े जमीन पर विभिन्न प्रकार के सब्जी उत्पादन की योजना तैयार की गई है. इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए लाभुक के पास एक डिसमिल से लेकर 5 डिसमिल तक खाली जमीन होनी चाहिए. जमीन पर सब्जी उत्पादन के लिए महिलाओं को सरकार की ओर से ही विभिन्न प्रकार के बीज, सिंचाई की सुविधा और खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा सब्जी उत्पादन करने वाली महिलाओं को मनरेगा योजना के तहत दैनिक मजदूरी का भी भुगतान किया जाएगा.
लातेहार में पहले चरण में ली जा रही है 4000 योजनाएंलातेहार जिले में पहले चरण में दीदी बाड़ी योजना के तहत लगभग 4000 महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. सदर प्रखंड के रेहड़ा गांव में इस योजना का शुभारंभ डीडीसी सुरेंद्र कुमार वर्मा और प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने किया. योजना की लाभुक शीला देवी ने कहा कि इस योजना से जहां उन्हें पौष्टिक आहार मिलेगी, वहीं रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे. ऐसे में वे लोग पलायन करने से भी बचेंगे और घर में ही अच्छी आमदनी कर पाएंगे. वहीं डीडीसी सुरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि मनरेगा के तहत आरंभ किए गए इस योजना से ग्रामीणों को काफी लाभ होगा. इससे गांव में हरी सब्जियां काफी अधिक उपजेगी और ग्रामीणों को पौष्टिक आहार मिलेगा.
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भूमिहीन महिलाओं को भी मिलेगा योजना का लाभ
दीदी बाड़ी योजना का लाभ उन महिलाओं को भी मिलेगा जो भूमिहीन हैं. भूमिहीन महिलाओं को इस योजना का लाभ देने के लिए सरकारी जमीन को निश्चित समय के लिए खेती के लिए दे दिया जाएगा. उसी जमीन पर भूमिहीन महिला भी सब्जी का उत्पादन कर पौष्टिक आहार पा सकेगी.