लातेहारः कोरोना वायरस के कारण बंद की गई पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने लातेहार रेलवे स्टेशन पर एक दिवसीय धरना दिया. लोगों ने केंद्रीय रेल मंत्री के नाम एक ज्ञापन भी लातेहार रेलवे स्टेशन मास्टर को सौंपा.
पैसेंजर ट्रेनों के चलने से गरीबों को फायदा
जानकारी के अनुसार, पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन बंद होने से स्थानीय लोगों को कहीं आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कई छोटे व्यवसायियों के रोजी-रोजगार पर भी आफत आ गई है. धरना को संबोधित करते हुए समाजसेवी संतोष कुमार पासवान ने कहा कि सरकार ने जब सबकुछ में छूट दे दी है, तब पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन में क्यों दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. उन्होंने कहा कि पैसेंजर ट्रेनों के चलने से सबसे अधिक फायदा गरीब जनता को ही होती है. क्योंकि गरीब जनता महंगे रिजर्वेशन करवा कर सफर करने में सक्षम नहीं है.
4 ट्रेनों का परिचालन अविलंब शुरू करे
वक्ताओं ने कहा कि सरकार कम से कम चार ट्रेनों का परिचालन इस रूट पर अविलंब आरंभ करें. इसमें गोमो बरवाडीह पैसेंजर ट्रेन, बरकाकाना- डिहरी- मुगलसराय पैसेंजर ट्रेन, रांची-बनारस इंटरसिटी ट्रेन और गोमो-चोपन पैसेंजर ट्रेन शामिल है. लोगों ने कहा कि इन ट्रेनों के परिचालन आरंभ होने से गरीबों को काफी लाभ होगा.
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छोटे व्यवसायियों के रोजी रोजगार पर आफत
पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन बंद होने के कारण छोटे व्यवसाई जो रेलवे स्टेशन के आसपास व्यवसाय कर अपनी आजीविका चलाते थे उनके समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है. ट्रेनों का परिचालन होने से वह कुछ रोजगार कर पाएंगे.
आंदोलन होगा चरणबद्ध
स्थानीय ने कहा कि सरकार ने यदि उनकी मांग को नहीं माना, तो उन लोगों का आंदोलन चरणबद्ध लंबा होगा. इसके तहत धरना प्रदर्शन के साथ-साथ भूख हड़ताल तक किया जाएगा. मौके पर समाजसेवी निर्मल महालका, शशि भूषण पांडेय, पिंटू अग्रवाल, रंजीत प्रसाद, संतोष प्रसाद, मुकेश भूत, राजूराम, मनोज प्रसाद, विजय गुप्ता, चंद्र भूषण पांडेय, संतोष सिन्हा, मनोज यादव, राजू अग्रवाल समेत अनेक लोग उपस्थित थे.