लातेहार: छोटा नागपुर कास्तकारी अधिनियम (CNT act) में संशोधन समेत अन्य मांगों को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों ने जिला मुख्यालय में मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मांग नहीं माने जाने पर बड़े प्रदर्शन की चेतावनी भी दी गई.
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सीएनटी एक्ट में संशोधन की मांग
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार (7 सितंबर) को जिला मुख्यालय में मानव श्रृंखला बना कर आदिवासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सीएनट एक्ट में संशोधन की मांग की है. इस समाज के लोगों ने वर्तमान समय में सीएनटी एक्ट के प्रावधान पर आपत्ति जताई है. उनके मुताबिक एक्ट के तहत आदिवासी समाज के लोग अपने थाना क्षेत्र के अंतर्गत ही जमीन की खरीद बिक्री कर सकते हैं. यह प्रावधान आदिवासी हितों के खिलाफ है. इसलिए सरकार से मांग कर रहे हैं कि थाना क्षेत्र में भूमि की खरीद बिक्री की बंदिश को समाप्त करते हुए राज्य में कहीं भी भूमि की खरीद बिक्री करने की छूट दी जाए.
मानव श्रृंखला का नेतृत्व कर रहे बिरसा मुंडा ने कहा कि वर्तमान समय में आदिवासियों को जाति प्रमाण पत्र बनाने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इनके मुताबिक बाहरी लोगों का आसानी से जाति और आवासीय प्रमाण पत्र बन रहा है लेकिन आदिवासियों को इसके लिए भटकना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया को सरल करे ताकि आदिवासी समाज के लोगों को सरकारी प्रावधान के तहत दिए जा रहे लाभ आसानी से मिल सके.
महिलाओं को नहीं मिले आरक्षण
प्रदर्शन कर रहे बिरसा मुंडा ने कहा कि समाज की तीसरी मांग यह है कि जो आदिवासी महिलाएं किसी गैर आदिवासी पुरुष से विवाह कर लेती हैं, उन महिलाओं को आदिवासियों के प्रदत अधिकार से वंचित किया जाए.
राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
समाज के लोगों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और उपरोक्त तीनों मांगों को मानने की अपील की. मौके पर जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव सुरेंद्र उरांव, सुकू उरांव, सुदेश्वर उरांव समेत सैकड़ों लोग उपस्थित थे. इस दौरान माज के लोगों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ही सुनवाई नहीं हुई तो वह लोग इसके लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करेंगे.