लातेहारः कहा जाता है कि गंदगी ही बीमारी की जड़ है. जहां सफाई होती है वहां बीमारियों का डर काफी कम होता है. ऐसे में सफाई को लेकर सरकार के द्वारा कई प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में लातेहार की महिलाओं ने नगर पंचायत के साथ मिलकर शहर में सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वच्छता मशाल मार्च निकाला. मशाल मार्च का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है.
दरअसल लातेहार जिला मुख्यालय में अभी भी लोग बड़े पैमाने पर पॉलिथीन का उपयोग करते हैं. इसके अलावा कई लोग अपने घर के बाहर या आसपास गंदगी का अंबार भी लगाते हैं. नगर पंचायत के द्वारा अपने स्तर से इस मामले को लेकर कई बार जागरुकता कार्यक्रम भी किया गया परंतु उसका ज्यादा असर नहीं दिखा. ऐसे में लातेहार की महिलाओं ने शहर को स्वच्छ बनाने का अभियान आरंभ किया है. इसी कड़ी में सबसे पहले शनिवार को नगर पंचायत के साथ मिलकर शहर में स्वच्छता जागरूकता मार्च निकाला. इस जागरुकता मार्च में शहर की बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं. महिलाओं ने इस दौरान शहर में सफाई रखने तथा सफाई के फायदे से संबंधित कई स्लोगन के नारे भी लगाई.
पूरे शहर का किया गया भ्रमणः स्वच्छता मशाल मार्च ने पूरे शहर में भ्रमण किया. मौके पर लातेहार नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शेखर कुमार ने कहा कि महिलाओं का यह प्रयास काफी सराहनीय है. उन्होंने कहा कि जाने-अनजाने लोग पॉलिथीन का उपयोग करते हैं. कई बार नगर पंचायत के द्वारा ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है, परंतु लोगों में जागरुकता का अभाव अभी भी दिख रहा है. परंतु महिलाओं के द्वारा इस प्रकार का अभियान आरंभ कर एक सराहनीय कार्य किया गया है. इससे निश्चित रूप से लातेहार क्षेत्र में स्वच्छता बढ़ेगा.
महिलाओं के साथ नगर पंचायत के प्रतिनिधि भी हुए शामिलः स्वच्छता मशाल मार्च में लातेहार की आम महिलाओं के साथ साथ नगर पंचायत के कर्मियों और नगर पंचायत के प्रतिनिधि भी उपस्थित हुए. नगर पंचायत की अध्यक्ष सीतामनी तिर्की, नगर पंचायत उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा, वार्ड पार्षद गुड़िया सिन्हा, संतोष रंजन, आशा देवी, बली पाठक, इंद्रदेव उरांव, वीरेंद्र पासवान समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे.
स्वच्छता को लेकर जिला मुख्यालय में महिलाओं के द्वारा किए गए इस अनूठे प्रयास का सभी लोगों ने स्वागत किया है. कई लोगों ने इस दौरान संकल्प लिया कि वे अब पॉलिथीन का उपयोग नहीं करेंगे.