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लातेहार के दुरंगी कला गांव में तालाब पर कब्जे की कोशिश, स्थानीय लोगों में आक्रोश - कानूनी अपराध

लातेहार में एक शख्स ने जबरन तालाब पर अपना कब्जा जमा रखा है. तालाब को कई जगह से क्षतिग्रस्त करने के बाद हल चलाकर बड़े हिस्से में मक्का बो दिया. इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है.

Attempts to make the pond a field in Durangi Kala village of Latehar, outrage among locals
लातेहार के दुरंगी कला गांव में तालाब को खेत बनाने की कोशिश, स्थानीय लोगों में आक्रोश
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Published : Mar 21, 2021, 2:20 PM IST

लातेहार: सदर प्रखंड अंतर्गत दुरंगी कला गांव में एक व्यक्ति ने वृहद तालाब पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया. बता दें कि 2005 में जल संरक्षण के लिए अनाज योजना के तहत कुल 13 लाख रुपये की लागत से इस तालाब का निर्माण कराया गया था. लेकिन फर्जी तरीके से साल 2014 में ही एक व्यक्ति ने तालाब की जमीन को अपने नाम करा लिया. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब उस व्यक्ति ने तालाब को अपना खेत बनाने की कोशिश शुरू की.

देखें पूरी खबर

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तालाब को खेत बनाने की कोशिश

इस व्यक्ति ने तालाब को खेत बनाने के लिए उसे कई जगहों से क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे तालाब का सारा पानी बह गया. इसके बाद शख्स ने हल चलाकर तालाब के बड़े हिस्से में मक्का बो दिया. इस वाकये से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. मुखिया गुंंजर उरांव ने कहा है कि डीसी से मिलकर इस मामले की शिकायत की जाएगी. पूरे मामले में शामिल अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की जाएगी.

ये भी पढ़ें- लॉ एनफोर्समेंट टीम के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन, कोटपा और फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट की दी गई जानकारी

सैकड़ों एकड़ में होगी सिंचाई

गांव के निवासी रामदेव उरांव ने कहा कि इस तालाब से लगभग 100 एकड़ भूमि आसानी से सिंचित होती है. उन्होंने कहा कि इस तालाब का जीर्णोद्धार हो जाए तो लोगों को सिंचाई के साथ-साथ मछली पालन से स्वरोजगार भी उपलब्ध होगा. डीसी अबु इमरान ने कहा कि जल स्रोत के साथ छेड़छाड़ करना कानूनी अपराध है. मामले की जांच करवाने के बाद दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

लातेहार: सदर प्रखंड अंतर्गत दुरंगी कला गांव में एक व्यक्ति ने वृहद तालाब पर अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया. बता दें कि 2005 में जल संरक्षण के लिए अनाज योजना के तहत कुल 13 लाख रुपये की लागत से इस तालाब का निर्माण कराया गया था. लेकिन फर्जी तरीके से साल 2014 में ही एक व्यक्ति ने तालाब की जमीन को अपने नाम करा लिया. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब उस व्यक्ति ने तालाब को अपना खेत बनाने की कोशिश शुरू की.

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तालाब को खेत बनाने की कोशिश

इस व्यक्ति ने तालाब को खेत बनाने के लिए उसे कई जगहों से क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे तालाब का सारा पानी बह गया. इसके बाद शख्स ने हल चलाकर तालाब के बड़े हिस्से में मक्का बो दिया. इस वाकये से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. मुखिया गुंंजर उरांव ने कहा है कि डीसी से मिलकर इस मामले की शिकायत की जाएगी. पूरे मामले में शामिल अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की जाएगी.

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सैकड़ों एकड़ में होगी सिंचाई

गांव के निवासी रामदेव उरांव ने कहा कि इस तालाब से लगभग 100 एकड़ भूमि आसानी से सिंचित होती है. उन्होंने कहा कि इस तालाब का जीर्णोद्धार हो जाए तो लोगों को सिंचाई के साथ-साथ मछली पालन से स्वरोजगार भी उपलब्ध होगा. डीसी अबु इमरान ने कहा कि जल स्रोत के साथ छेड़छाड़ करना कानूनी अपराध है. मामले की जांच करवाने के बाद दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

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