लातेहार: सौंदर्यता से परिपूर्ण लातेहार में कई ऐसे गांव हैं, जहां कई इतिहास छुपा है. जिले के चंदवा प्रखंड (Chandwa Block) में एनएच 75 पर स्थित रूद्र मूर्तियां गांव (Rudra Murtiyan Village) की पहचान वन शक्ति देवी मंदिर (Van Shakti Devi Temple) से है. बताया जाता है कि वन शक्ति देवी मां की मूर्ति इसी गांव में मिली थी. जिस स्थान पर मूर्ति मिली थी, उस स्थान पर स्थानीय लोगों ने मंदिर बनवाने का संकल्प लिया. जब मंदिर बनाने के लिए जमीन की खुदाई की जाने लगी तो वहां से कई प्राचीन कलाकृतियों से सुसज्जित बड़े पैमाने पर पत्थर मिलने लगे. उन्हीं पत्थरों से पूरे मंदिर का निर्माण करवाया गया है. खुदाई के दौरान कई मूर्तियां भी मिली थी, जिसका प्रमाण आज भी है.
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3000 वर्ष पुराना है रूद्र गांव का इतिहास
बताया जाता है कि इस गांव का इतिहास लगभग 3000 साल पुराना है. पलामू के गजट में इस गांव का उल्लेख भी मिलता है. वन शक्ति देवी मंदिर के पुजारी जितेंद्र पाठक ने बताया कि पलामू के गजट में इस मंदिर और इस गांव का स्पष्ट रूप से उल्लेख है. उन्होंने कहा कि मंदिर और आसपास के जमीन के अंदर कई प्राचीन इतिहास छुपा हुआ है.
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धीरे-धीरे विख्यात होता जा रहा रूद्र मूर्तियां गांव
साल 2004 से पहले इस स्थान को काफी कम लोग जानते थे, लेकिन साल 2004 में जब यहां मंदिर की स्थापना शुरू हुई तो धीरे-धीरे गांव की पहचान भी बढ़ने लगी. धरती के गर्भ से मिले पत्थरों से मंदिर का निर्माण करवाया गया है. मंदिर में धरती के नीचे से ही मिली मूर्ति की स्थापना की गई है. वन शक्ति देवी मंदिर के कारण अब गांव की पहचान भी बढ़ने लगी है. वर्तमान समय में गांव में तीन मंदिर का निर्माण हो चुका है, जहां प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
रांची लातेहार मुख्य मार्ग पर स्थित है रूद्र मूर्तियां गांव
रूद्र मूर्तिया गांव लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में स्थित है. इस गांव में लगभग 100 परिवार निवास रहते हैं, जो विभिन्न जातियों के हैं. गांव के सभी लोग हर दिन मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं और मंदिर का देखरेख भी करते हैं.