लातेहारः भले ही गांव-गांव में सिंचाई की सुविधा (irrigation facility) उपलब्ध करा कर कृषि कार्य को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है. लेकिन आज भी कई ऐसे गांव हैं, जहां सिंचाई सुविधा के अभाव में खेती योग्य भूमि बंजर (land barren) पड़े रहते हैं. लातेहार सदर प्रखंड का आरागुंडी एक ऐसा ही गांव है. जहां सिंचाई की सुविधा नहीं रहने के कारण ग्रामीण खेती करने से वंचित रह जा रहे हैं.
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आरागुंडी गांव में लगभग 300 से अधिक परिवार निवास करते हैं. यहां के अधिकांश परिवार कृषि कार्य से ही अपनी जीवका चलाते हैं. परंतु गांव में सिंचाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं रहने के कारण यहां के ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बरसात के दिनों में तो बारिश के भरोसे यहां के किसान खेती कर लेते हैं, परंतु अन्य मौसम में इनके खेत बंजर रह जाते हैं.
नाला में बांध बने तो आएगी खुशहाली
गांव के ठीक बगल में एक पहाड़ी नाला बहता है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस नाले को बांधकर चेक डैम (check dam) का निर्माण कर दिया जाए तो उनके गांव में खुशहाली आ जाएगी. ग्रामीण सुदेश्वर यादव ने कहा कि नाला में पहाड़ों से उतर कर पानी आता है. इस नाले को बांध दिया जाता तो गांव के खेतों तक आसानी से सिंचाई के लिए पानी पहुंच जाता. इससे गांव में सालों भर खेती की संभावना बन जाती. वहीं भूमिगत जल स्तर (underground water level) में भी काफी बढ़ोतरी हो जाती.
वन भूमि में नाला रहने के कारण हो रही परेशानी
गांव के बगल में बहने वाला नाला वन भूमि में पड़ता है. ऐसे में ग्रामीणों को वहां बिना आदेश मिले नाला बनाने में परेशानी हो रही है. ग्रामीण नंदकिशोर यादव ने कहा कि सरकारी स्तर से उन्हें आदेश मिल जाए तो ग्रामीण खुद भी श्रमदान कर इस बांध को बना लेंगे. अगर सरकारी स्तर पर उन्हें कुछ मदद मिल जाए तो और भी बेहतर होगा. नाला पर बांध बन जाने से गांव के कम से कम 1000 एकड़ भूमि सिंचित हो जाती.
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वरीय अधिकारियों को करेंगे सूचित
इस संबंध में पूछने पर लातेहार प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने कहा कि पहले पूरी मामले की जानकारी ले रहे हैं. उसके बाद इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को देकर सिंचाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.