लातेहार: बेतला नेशनल पार्क में रविवार को बाइसन की मौत के बाद पूरे वन क्षेत्र में वन प्राणियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. वन क्षेत्र में अब तक तीन बाइसन की मौत हो चुकी है. सोमवार को हुई बाइसन की मौत की बात उसका पोस्टमार्टम रांची और लातेहार के पशु चिकित्सकों ने बरेली के पशु चिकित्सालय कॉलेज में किया. इस मौके पर पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक वाइके दास भी मौजूद रहे.
बाइसन की पोस्टमार्टम के बाद पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के निदेशक वाइके दास ने बताया कि बेतला वन क्षेत्र में अब तक तीन बाइसन की मौत हो चुकी है, जिसमें प्रथम दृष्टया सभी मौत का कारण संक्रमण लगता है. उन्होंने बताया कि बाइसन की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसके महत्वपूर्ण अंगों को बरेली भेजा जाएगा, जिसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
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वाइके दास ने कहा कि लगातार हो रही बाइसन की मौत की घटना काफी दुखद है, इसे हमारा विभाग निराश और मायूस नहीं हुआ है, बल्कि पूरे पहलुओं की जांच करके और मजबूती के साथ लड़ते हुए वन प्राणियों की मौत के सिलसिले को रोकने का काम करेगी. उन्होंने बताया कि बाइसन के पोस्टमार्टम के बाद बेतला वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ पशु चिकित्सकों की टीम के साथ बैठक की गई, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. बता दें कि फरवरी महीने में बेतला वन क्षेत्र में बाघिन की मौत हुई थी. उसके बाद अप्रैल के आखिरी सप्ताह और मई के पहले सप्ताह में भी दो बाइसन की मौत हो चुकी है.