लातेहारः जिले के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत सेरक गांव में दो बच्चों की मौत ने लोगों को गमगीन कर दिया. दोनों बच्चे ईंट भट्ठे में काम करने वाले अपने नाना बहादुर भुइयां को खाना खिलाने अपनी मां के साथ गए थे. ईंट भट्ठा के बगल में ही स्थित निजी पानी की टंकी में पानी लेने के दौरान टंकी ध्वस्त हो गई. उसके मलबे में दबकर दोनों बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की उम्र 5 वर्ष और 7 वर्ष थी.
बताया जाता है कि बहादुर भुइयां की बेटी अपने दो बच्चों के साथ अपने पिता के घर में ही रहती थी. गुरुवार को पिता को खाना देने वह ईट भट्ठा के पास जा रही थी. मां के साथ दोनों बच्चे भी नाना के पास चले गए. मां जब वापस घर लौटने लगी तो बच्चों ने कहा कि वह लोग नाना के साथ वापस आएंगे. इसी बीच दोनों बच्चे पास में ही बने पानी टंकी के पास पानी पीने गए. इसी दौरान अचानक टंकी ध्वस्त हो गई और उसके मलबे में दोनों बच्चे दब गए. घटना को देख आसपास के लोग दौड़े और मलबे से दोनों बच्चे को बाहर निकाला. आनन-फानन में बच्चों को पास के ही उप स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया. जांच के दौरान चिकित्सा कर्मियों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया.
अधिकारी पहुंचे घटनास्थल
इधर घटना की सूचना मिलने के बाद लातेहार से जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और जिला श्रम अधीक्षक बबन कुमार घटनास्थल की ओर रवाना हो गए. अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच की. इनलोगों ने इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया. हालांकि दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल लाने की तैयारी की जा रही है.
नहीं है भट्ठे का कोई लाइसेंस
जिस भट्ठे के पास यह दुर्घटना घटी, उस भट्ठे का कोई वैध लाइसेंस भी नहीं है.
नाना को खाना खिलाने गए थे बच्चे, पानी टंकी के मलबे में दबकर गई जान - लातेहार के सेरक गांव में पानी के टैंक में दबकर दो बच्चों की मौत
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16:04 December 31
दो बच्चों की मौत
16:04 December 31
दो बच्चों की मौत
लातेहारः जिले के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत सेरक गांव में दो बच्चों की मौत ने लोगों को गमगीन कर दिया. दोनों बच्चे ईंट भट्ठे में काम करने वाले अपने नाना बहादुर भुइयां को खाना खिलाने अपनी मां के साथ गए थे. ईंट भट्ठा के बगल में ही स्थित निजी पानी की टंकी में पानी लेने के दौरान टंकी ध्वस्त हो गई. उसके मलबे में दबकर दोनों बच्चों की मौत हो गई. बच्चों की उम्र 5 वर्ष और 7 वर्ष थी.
बताया जाता है कि बहादुर भुइयां की बेटी अपने दो बच्चों के साथ अपने पिता के घर में ही रहती थी. गुरुवार को पिता को खाना देने वह ईट भट्ठा के पास जा रही थी. मां के साथ दोनों बच्चे भी नाना के पास चले गए. मां जब वापस घर लौटने लगी तो बच्चों ने कहा कि वह लोग नाना के साथ वापस आएंगे. इसी बीच दोनों बच्चे पास में ही बने पानी टंकी के पास पानी पीने गए. इसी दौरान अचानक टंकी ध्वस्त हो गई और उसके मलबे में दोनों बच्चे दब गए. घटना को देख आसपास के लोग दौड़े और मलबे से दोनों बच्चे को बाहर निकाला. आनन-फानन में बच्चों को पास के ही उप स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया. जांच के दौरान चिकित्सा कर्मियों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया.
अधिकारी पहुंचे घटनास्थल
इधर घटना की सूचना मिलने के बाद लातेहार से जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और जिला श्रम अधीक्षक बबन कुमार घटनास्थल की ओर रवाना हो गए. अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की जांच की. इनलोगों ने इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से इनकार किया. हालांकि दोनों बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल लाने की तैयारी की जा रही है.
नहीं है भट्ठे का कोई लाइसेंस
जिस भट्ठे के पास यह दुर्घटना घटी, उस भट्ठे का कोई वैध लाइसेंस भी नहीं है.