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बूढ़ा पहाड़ से भागे टॉप माओवादी चंद्रभूषण ने किया सरेंडर, आधिकारिक घोषणा नहीं

पलामू के बूढ़ा पहाड़ से भागे हुए टॉप माओवादी कमांडर चंद्रभूषण यादव ने सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. भूषण माओवादियों का जोनल कमांडर है जिसपर राज्य सरकार ने 10 लाख रुपया का इनाम रखा है.

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Published : Sep 15, 2019, 1:50 PM IST

चंद्रभूषण यादव

पलामूः जिले के बूढ़ा पहाड़ से भागा हुआ टॉप माओवादी कमांडर चंद्रभूषण यादव उर्फ भूषण यादव ने सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. भूषण यादव की आत्मसमर्पण की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है.


10 लाख का इनामी माओवादी

माओवादी कमांडर भूषण पर राज्य सरकार ने 10 लाख रुपया का इनाम रखा है. वह माओवादियों का जोनल कमांडर है. चंद्रभूषण उर्फ भूषण यादव एक सप्ताह पहले माओवादी दस्ते को छोड़ कर भाग गया था. झारखंड पुलिस के अधिकारी और विभिन्न सुरक्षा एजेंसी उससे पूछताछ कर रही है. भूषण यादव एक करोड़ के दिवंगत माओवादी अरविंद और आत्मसमर्पण करने वाले सुधाकरण के दस्ते का सदस्य रह चुका है.

यह भी पढ़ें- हिंदी दिवस: बदलते दौर में युवाओं को नहीं है हिंदी की अच्छी जानकारी, अंग्रेजी को दे रहे तवज्जो

कई बड़े नक्सल हमले का आरोपी

भूषण लातेहार के महुआडांड़ के गटगांव का रहने वाला है. पुलिस और सुरक्षाबल उसे वर्षों से तलाश रही थी. वह गढ़वा, लातेहार, गुमला, लोहरदगा और छत्तीसगढ़ के इलाके में कई बड़े नक्सल हमले का आरोपी है. भूषण पर 2013 में कटिया हमला जिसमें सीआरपीएफ के 17 जवान शहीद हुए थे, 2011 में गारू में हमला जिसमें आठ जवान शहीद हुए थे, 2012 में गढ़वा के भंडरिया में हमला जिसमें थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हुए थे, सभी वारदातों में शामिल होने का आरोप है.

पलामूः जिले के बूढ़ा पहाड़ से भागा हुआ टॉप माओवादी कमांडर चंद्रभूषण यादव उर्फ भूषण यादव ने सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. भूषण यादव की आत्मसमर्पण की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है.


10 लाख का इनामी माओवादी

माओवादी कमांडर भूषण पर राज्य सरकार ने 10 लाख रुपया का इनाम रखा है. वह माओवादियों का जोनल कमांडर है. चंद्रभूषण उर्फ भूषण यादव एक सप्ताह पहले माओवादी दस्ते को छोड़ कर भाग गया था. झारखंड पुलिस के अधिकारी और विभिन्न सुरक्षा एजेंसी उससे पूछताछ कर रही है. भूषण यादव एक करोड़ के दिवंगत माओवादी अरविंद और आत्मसमर्पण करने वाले सुधाकरण के दस्ते का सदस्य रह चुका है.

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कई बड़े नक्सल हमले का आरोपी

भूषण लातेहार के महुआडांड़ के गटगांव का रहने वाला है. पुलिस और सुरक्षाबल उसे वर्षों से तलाश रही थी. वह गढ़वा, लातेहार, गुमला, लोहरदगा और छत्तीसगढ़ के इलाके में कई बड़े नक्सल हमले का आरोपी है. भूषण पर 2013 में कटिया हमला जिसमें सीआरपीएफ के 17 जवान शहीद हुए थे, 2011 में गारू में हमला जिसमें आठ जवान शहीद हुए थे, 2012 में गढ़वा के भंडरिया में हमला जिसमें थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हुए थे, सभी वारदातों में शामिल होने का आरोप है.

Intro:बूढ़ापहाड़ से भागा टॉप माओवादी भूषण ने किया आत्मसमर्पण, कभी भी हो सकती है आधिकारिक घोषणा

नीरज कुमार । पलामू

बूढापहाड़ से भागा टॉप माओवादी कमांडर चंद्रभूषण यादव उर्फ भूषण यादव ने सुरक्षा अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। भूषण यादव की आत्मसमर्पण की आधिकारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। भूषण पर राज्य सरकार ने 10 लाख रुपया का इनाम रखा है वह माओवादियों के जोनल कमांडर है।चंद्रभूषण उर्फ भूषण यादव एक सप्ताह पहले माओवादी दस्ते को छोड़ कर भाग गया था। झगरखण्ड पुलिस के अधिकारी और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां उनसे पूछताछ कर रही है। भूषण यादव एक करोड़ के दिवंगत माओवादी अरविंद और आत्मसमर्पण करने वाले सुधाकरण के दस्ते का सदस्य रह चुका है।


Body:भूषण यादव लातेहार के महुआडांड़ के गटगांव का रहने वाला है। पुलिस और सुरक्षाबल उसे वर्षो से तलाश कर रहे थे। भूषण यादव गढ़वा, लातेहार, गुमला, लोहरदगा और छत्तीसगढ़ के इलाके में कई बड़े नक्सल हमले का आरोपी है। भूषण पर 2013 में कटिया हमला जिसमे सीआरपीएफ के 17 जवान शहीद हुए थे, 2011 में गारू में हमला जिसमे आठ जवान शहीद हुए थे, 2012 में गढ़वा के भंडरिया में हमला जिसमे थाना प्रभारी समेत 13 जवान शहीद हुए थे, सभी मे शामिल होने का आरोप है। अरविंद और सुधाकरण कर जाने के बाद भूषण एक बड़ा नाम था।


Conclusion:बूढ़ापहाड़ से भागा टॉप माओवादी भूषण ने किया आत्मसमर्पण, कभी भी हो सकती है आधिकारिक घोषणा
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