कोडरमा: झुमरीतिलैया स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान यानी बालगृह से मंगलवार की सुबह दो बच्चियां भाग गई. घटना की सूचना मिलते ही संस्थान के अधिकारी बच्चियों की तलाश में जुट गए. इसमें से एक बच्ची मिल गई, जबकि एक बच्ची अब भी लापता है. जिसकी खोजबीन की जा रही है.
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बता दें कि दोनों बच्चियां कुछ दिन पहले गिरिडीह से भागकर कोडरमा पहुंची थी. कोडरमा रेलवे स्टेशन पर चाइल्डलाइन ने पकड़ा और सुरक्षित बाल गृह पहुंचाया था. बाल गृह में 10 बच्चियां रह रही थी, जिसमें दो बच्चियां मौके का फायदा उठाकर भाग गई. बताया जा रहा है दत्तक ग्रहण संस्थान की क्षमता 5 बच्चियों की है, जिसमें वर्तमान में 10 बच्चियां को रखा जा रहा है.
बाल गृह से भागी बच्ची की उम्र 12 वर्ष है. बच्ची के भागने की सूचना मिलते ही डीएसडब्ल्यू आरती कुमारी, डीसीपीओ, संरक्षण पदाधिकारी और सीडब्ल्यूसी की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. गौरतलब है कि बच्ची के भागने का यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले वर्ष 2018 से अब तक छह बच्चियां लापता हो चुकी हैं.
संचालक की लापरवाही आई सामने
सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा सामंतो ने बताया कि मामले की जांच की गई, जिसमें संस्थान के संचालक की लापरवाही सामने आई है. उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद जांच टीम मौके पर पहुंची, तो यहां से गार्ड लापता था. इसके साथ ही संस्थान के कार्यालय में भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं थे, जिसका लाभ उठाकर बच्चियां भागी है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जाएगी, ताकि दोषियों पर कार्रवाई की जा सके.
वर्ष 2018 से संचालित है बाल गृह
संरक्षण पदाधिकारी अर्चना ज्वाला ने बताया कि विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में संरक्षित की गई सभी बच्चियों की काउंसलिंग की जा रही थी. काउंसलिंग के बाद उसके माता-पिता को सौंपा जाना था. उन्होंने कहा कि 23 जुलाई को दोनों बच्चियां बाल गृह पहुंची थी. उन्होंने बताया की ग्राम प्रौद्योगिकी विकास संस्थान की ओर से 2018 से दत्तक ग्रहण संस्थान का संचालन किया जा रहा है.