कोडरमा: चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. वहीं छठ गीत से पूरा इलाका भक्तिमय हो गया है. इसके साथ ही छठ व्रती पूरी आस्था के साथ पर्व मनाने में जुट गई हैं. जिले के सभी छठ घाटों (Chhath Ghat) को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं. छठ घाटों की सफाई 90 फीसदी तक पूरी हो चुकी है. साथ ही छठ घाटों को सजाने का भी काम जारी है.
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कोडरमा के इंदरवा छठ घाट को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है. पूजा समिति के लोग लगातार छठ व्रतियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के इंतजाम में लगे हैं. तालाब के पास एक पंडाल का निर्माण कराया गया है, जहां भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. इसके साथ ही तालाब के आस-पास बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए जा रहे हैं.
छठ घाट पर की गई है विशेष व्यवस्था
इंदरवा छठ पूजा समिति के अध्यक्ष महेश यादव ने बताया कि तालाब पर आकर्षक लाइट सज्जा का काम किया जा रहा है. साथ ही घाट की सफाई का काम अंतिम चरण में हैं. वहीं पूजा समिति के आयोजकों ने बताया छठ व्रतियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. व्रतियों को कपड़ा चेंज करने के लिए चेंजिंग रूम तैयार किया जा रहा है. साथ ही व्रतियों और घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए घाट के चारों ओर बालू बिछाया जा रहा है. पूजा समिति के लोगों ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के लिए घाट पर मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई है. पूजा समिति के वोलेंटियर छठ व्रतियों की सेवा के लिए तत्पर्य रहेंगे.
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मंगलवार को खरना
नहाय-खाय के साथ छठ व्रती पूरे विधि-विधान से पर्व मनाने में जुट गई हैं. मंगलवार को खरना के दिन भगवान भास्कर को गुड़ से बने खीर का भोग लगाया जाएगा. जिसके बाद पर्व के तीसरे दिन छठ व्रती छठ घाटों पर पहुचेंगी और अस्तगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित करेंगी.