कोडरमा: भले ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमती नजर आ रही हो, लेकिन पर्व-त्योहारों में कोरोना इफेक्ट अभी भी दिख रहा है. कोविड-19 के निर्देशों के साथ कमोवेश सरस्वती पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. कोडरमा में भी सरस्वती पूजा की तैयारियों में पूजा समिति के लोग जुटे हुए हैं, जहां पूजा समितियों की ओर से पूजा पंडालों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं, भक्त और श्रद्धालु मूर्तिकारों से मां सरस्वती की प्रतिमा लेकर पूजा स्थलों तक ले जा रहे हैं.
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मूर्तियों की डिमांड काफी कम
मूर्तिकार कृष्ण किशोर ने बताया कि 50 सालों में यह पहला मौका है, जब सरस्वती पूजा में मूर्ति निर्माण का बाजार मंदा पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि इस बार वे सिर्फ 80 मूर्ति का ही निर्माण किया और सभी मूर्तियां उन्होंने पूजा समितियों की डिमांड पर बनाईं. वह पिछले डेढ़ महीने से मूर्ति निर्माण में जुटे थे और जैसे-जैसे लोगों की डिमांड आती गई वे मूर्तियां बनाते गए. कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल बंद होने की वजह से इस बार कई पूजा समितियों ने पूजा नहीं करने का निर्णय लिया है और जो पूजा समितियां इस बार मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करेंगे, वह कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए पूजा-अर्चना करेंगे.
बाजारों में रौनक
इधर, सरस्वती पूजा को देखते हुए बाजारों में रौनक बढ़ गई है. पूजा के सामानों के साथ-साथ बेर, गाजर और दूसरे फलों की कई अस्थाई दुकानें भी लग गईं हैं. लोग जमकर पूजा सामग्रियों के साथ-साथ दूसरे फलों की खरीदारी कर रहे हैं. पूजा समिति के लोगों ने बताया कि भले ही वे कोरोना संक्रमण के कारण पूजा साधारण तरीके से कर रहें हैं, लेकिन उनका उत्साह वही है.