कोडरमा: सावन की अंतिम सोमवारी (Last Monday of Sawan) पर भक्तों में उत्साह देखा जा रहा है. हर साल की तरह इस बार भी कोडरमा में कांवर पद यात्रा का आयोजन किया गया है जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. कांवर पद यात्रा में शामिल शिवभक्त झरना कुंड धाम (Jharna Kund Dham) से जल उठाकर जंगलों के दुर्गम रास्तों से होते हुए 15 किलोमीटर की पैदल यात्रा पूरी कर ध्वजाधारी पहाड़ पहुंचते हैं. इसके बाद 777 सीढ़ियों को चढ़कर पहाड़ पर बसे भगवान शिव का जलाभिषेक (Jalabhishek to Lord Shiva) करते हैं.
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पिछले 2 साल से बंद थी यात्रा: गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के कारण पिछले 2 सालों से कोडरमा में कांवड़ पद यात्रा (Kanwar Pad Yatra) का आयोजन नहीं किया जा रहा था. लेकिन कोरोना संक्रमण कम होने के कारण इस बार कोडरमा में हर साल की भांति इस बार कांवड़ पद यात्रा का आयोजन किया गया. कोडरमा में आयोजित कांवर पद यात्रा में लाखों की संख्या में शिवभक्त झरना कुंड धाम पहुंचे और भगवान को जलाभिषेक कर अपने परिवार के लिए मन्नत मांगी. ऐसा माना जाता है कि सावन में इस मंदिर में पूजा करने से सभी भक्तों की सभी मनोकामना पूरी होती है.
बोलबम के जयकारे से गूंज रहा है कोडरमा: आज पूरा कोडरमा बोलबम के जयकारे से गुंजायमान दिख रहा हैं. कोडरमा के एनएच 31 होते हुए कांवर पद यात्रा ध्वजाधारी पहाड़ की ओर सुबह से ही शुरू हो चुका है. वहीं शिवभक्तों की सेवा में जगह-जगह शर्बत ,नींबू पानी और फलाहारी की व्यवस्था की गई हैं.शिवभक्त पूरी आस्था और भक्ति के साथ बोलबंम के नारे के साथ कांवर पद यात्रा में शामिल होकर भक्ति गानों के साथ झूमते हुए ध्वजाधारी पहाड़ की ओर बाबा भोले की जलाभिषेक के लिए निकल चुके हैं.