ETV Bharat / state

Koderma News: कोडरमा जिले को किया गया ड्राई जोन घोषित, नदी-तालाबों के साथ कुएं और नलकूप के सूखने का सिलसिला जारी

कोडरमा जिले को देश भर के ड्राई जोन के रूप में चिन्हित डेढ़ सौ जिलों की लिस्ट में शामिल किया गया है. जिले में जल संकट की समस्या भी उत्पन्न हो गई है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा नदी और तालाबों के गहरीकरण के साथ ही जल संरक्षण को लेकर कई उपाय किए जा रहे हैं.

water scarcity in koderma
water scarcity in koderma
author img

By

Published : May 20, 2023, 7:42 PM IST

देखें पूरी खबर

कोडरमा: देशभर में ड्राई जोन के रूप में चिन्हित डेढ़ सौ जिलों की लिस्ट जारी की गई है. इन डेढ़ सौ जिलों में कोडरमा भी ड्राई जोन के रूप में चिन्हित किया गया है. भीषण गर्मी के साथ ही कोडरमा जिले में जल संकट भी गहराने लगा है. नदी, तालाब और पोखरों के सूखने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इसके अलावा कई नलकूप पूरी तरह से सूख चुके हैं, तो कई कुएं भी सूखने के कगार पर हैं.

यह भी पढ़ें: Dumka Water Scarcity: अंबा गांव में पानी के लिए त्राहिमाम, बिना बोरिंग के कर दिया गया जलमीनार का निर्माण

पिछले एक पखवाड़े से पूरे कोडरमा में भयंकर गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण तमाम जल स्रोत सूखने लगे हैं. इसके अलावे गर्मी के मौसम में पानी की खपत भी बाकी दिनों से बढ़ गई है. हालांकि, इन सब से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तमाम उपाय किए जा रहे हैं. नदी और तालाबों के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है. साथ ही जल संरक्षण को लेकर भी तमाम उपाय किए जा रहे हैं.

पानी की फिजूलखर्ची रोकने की अपील: कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि देश के डेढ़ सौ जिलों में कोडरमा भी ड्राई जोन के रूप में चिन्हित है. ऐसे में इस साल जल संरक्षण के तमाम उपायों के साथ-साथ बड़े और छोटे तालाबों का निर्माण किया जा रहा है और पहले से बने तालाबों का गहरीकरण किया जा रहा है, ताकि आने वाले बरसात में अगले साल के लिए इन नदी तालाबों के जरिए जल संरक्षण किया जा सके. उन्होंने आम लोगों से भी पानी की फिजूलखर्ची रोकने और जल संरक्षण के तमाम उपायों को अपनाने की अपील की है.

देखें पूरी खबर

कोडरमा: देशभर में ड्राई जोन के रूप में चिन्हित डेढ़ सौ जिलों की लिस्ट जारी की गई है. इन डेढ़ सौ जिलों में कोडरमा भी ड्राई जोन के रूप में चिन्हित किया गया है. भीषण गर्मी के साथ ही कोडरमा जिले में जल संकट भी गहराने लगा है. नदी, तालाब और पोखरों के सूखने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इसके अलावा कई नलकूप पूरी तरह से सूख चुके हैं, तो कई कुएं भी सूखने के कगार पर हैं.

यह भी पढ़ें: Dumka Water Scarcity: अंबा गांव में पानी के लिए त्राहिमाम, बिना बोरिंग के कर दिया गया जलमीनार का निर्माण

पिछले एक पखवाड़े से पूरे कोडरमा में भयंकर गर्मी पड़ रही है, जिसके कारण तमाम जल स्रोत सूखने लगे हैं. इसके अलावे गर्मी के मौसम में पानी की खपत भी बाकी दिनों से बढ़ गई है. हालांकि, इन सब से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तमाम उपाय किए जा रहे हैं. नदी और तालाबों के गहरीकरण का कार्य किया जा रहा है. साथ ही जल संरक्षण को लेकर भी तमाम उपाय किए जा रहे हैं.

पानी की फिजूलखर्ची रोकने की अपील: कोडरमा उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि देश के डेढ़ सौ जिलों में कोडरमा भी ड्राई जोन के रूप में चिन्हित है. ऐसे में इस साल जल संरक्षण के तमाम उपायों के साथ-साथ बड़े और छोटे तालाबों का निर्माण किया जा रहा है और पहले से बने तालाबों का गहरीकरण किया जा रहा है, ताकि आने वाले बरसात में अगले साल के लिए इन नदी तालाबों के जरिए जल संरक्षण किया जा सके. उन्होंने आम लोगों से भी पानी की फिजूलखर्ची रोकने और जल संरक्षण के तमाम उपायों को अपनाने की अपील की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.