कोडरमा: रेलवे के बड़े प्रोजेक्ट पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से प्रधान घंटा तक डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण. साथ ही हाई स्पीड ट्रेनों के परिचालन के लिए रेलवे लाइन के दोनों ओर बाउंड्री वाल का निर्माण, लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. रेभनाडीह समेत तकरीबन 50 गांव इससे प्रभावित हो रहे हैं. ये गांव कोडरमा के हीरोडीह स्टेशन से सटे हुए हैं. यहां शादी के लिए कोई भी अपनी बेटी नहीं देना चाहता है. जिससे यहां युवा परेशान हैं. अंडर पास की मांग को लेकर ग्रामीण 15 अप्रैल को एक दिवसीय धरना देंगे.
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ये है पूरा मामला: बाउंड्री वाल निर्माण किए जाने से यह तमाम गांव एक दूसरे से कट जाएंगे. यहां के लोग या तो खड़ी ट्रेन के नीचे से आना-जाना करते हैं, जो जोखिम भरा है, या फिर ट्रेन पार हो जाने का इंतजार करते हैं. दरअसल, हीरोडीह स्टेशन से सटे आसपास के गांव की भौगोलिक बनावट ही कुछ ऐसी है कि आधा स्कूल रेलवे लाइन के इस पार है तो आधा स्कूल रेलवे लाइन के उस पार. ग्रामीणों का घर रेलवे लाइन के दक्षिण साइड है. लेकिन उनकी खेती बारी रेलवे लाइन के उत्तर साइड है. ऐसे में रेलवे के बाउंड्री निर्माण से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा. उन्हें पास के गांव में जाने के लिए 10 से 12 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा.
नहीं देना चाहता कोई बेटी: ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि जरूरी होने पर लोग ट्रेन के नीचे से जान जोखिम में डालकर आना-जाना करते हैं. यही कारण है कि इस गांव में कोई अपनी बेटी नहीं देना चाहता है. महिलाओं की मानें तो अंडर पास बन जाएगा तो हर दिन की परेशानी से लोगों को राहत मिल जाएगी. बैठक में शामिल ग्रामीणों ने बताया कि रेलवे के बाउंड्री निर्माण हो जाने से गांव के लोग गांव में ही कैद होकर रह जाएंगे. खेती बारी, बच्चों की शिक्षा और रोजमर्रा की जरूरत हर चीज प्रभावित हो जाएगी.
विधायक ने दी ये दलील: समस्या के समाधान को लेकर बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव ने ग्रामीणों के साथ सोमवार (10 अप्रैल) को बैठक की. जिसमें अंडर पास बनाने की मांग को लेकर 15 अप्रैल को हीरोडीह स्टेशन में एक दिवसीय धरना देने का निर्णय लिया गया. विधायक अमित यादव ने कहा कि एक तरफ सरकार की बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है. दूसरी तरफ इस योजना के कारण गांव के लोग गांव में ही कैद होकर रह जाएंगे, इसकी चिंता नहीं है. ऐसे में क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को देखते हुए यहां अंडरपास का निर्माण बेहद ही जरूरी है. इसे लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा.