कोडरमा: गांवों को स्वावलंबी बनाने और लोगों को आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाने के लिए उपायुक्त आदित्य रंजन के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है (Koderma DC taught lesson of self reliance to people). डोमचांच प्रखंड के जेरुआडीह में स्वालंबन के तहत रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया. यहां उपायुक्त आदित्य रंजन ने लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए एकजुट होने का संदेश दिया.
कोडरमा के उपायुक्त आदित्य रंजन ने रात्रि चौपाल के दौरान लोगों से कहा कि उन्हें अपनी सोच में बदलाव लाना होगा, हर छोटी-छोटी चीज के लिए सरकार और प्रशासन पर निर्भर रहने के बजाय लोग आत्मनिर्भर होकर उन जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. रात्रि चौपाल में जेरुआडीह और आसपास के सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे. मौके पर लोगों को स्वावलंबी गांव की कहानियां सुना कर उन्हें स्वालंबन की ओर प्रेरित किया गया. इसके अलावा लोगों को नीलाम्बर पीताम्बर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना आदि की जानकारी दी गई और जल संरक्षण व पौधारोपण के लिए भी प्रेरित किया गया.
उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि फिलहाल 120 ऐसे गांव हैं जिन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है, जिसमें से 20 गांव ऐसे हैं जो स्वालंबन की राह पर आगे बढ़ चुके हैं और वह गांव आत्मनिर्भर बन चुका है. रात्रि चौपाल के दौरान काफी संख्या में ग्रामीण इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लिया. उपायुक्त ने ग्रामीणों को अपने गांव के विकास के लिए आगे आकर कार्य करने की अपील की. उपायुक्त ने ग्रामीणों के सामूहिक श्रमदान की भी सराहना करते हुए कहा कि स्वावलंबन की प्रक्रिया अनवरत प्रयास से संभव है.