कोडरमा: सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो चुका हैं. आज छठ के दूसरे दिन खरना हैं और आज के दिन दूध और चावल का खीर और आटे का घी लगा हुआ रोटी प्रसाद के रूप में बनाने का विधान हैं. जिसे छठ व्रती महिलाएं पूरी विधि-विधान और सुद्धता के साथ बनाती हैं उसके बाद उस प्रसाद को सबसे पहले छठ मैया और सूर्य भगवान को अर्पित करती हैं और उसी प्रसाद को ग्रहण करने के बाद छठ व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है.
कोडरमा: खरना के साथ ही छठ व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू
सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय-खाय बृहस्पितवार को संपन्न हुआ. छत्र व्रत करने वालों ने प्रसाद तैयार कर पूजा की और फिर शुरू हो गया 26 घंटे का निर्जला व्रत.
छठ पूजा 2020
कोडरमा: सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हो चुका हैं. आज छठ के दूसरे दिन खरना हैं और आज के दिन दूध और चावल का खीर और आटे का घी लगा हुआ रोटी प्रसाद के रूप में बनाने का विधान हैं. जिसे छठ व्रती महिलाएं पूरी विधि-विधान और सुद्धता के साथ बनाती हैं उसके बाद उस प्रसाद को सबसे पहले छठ मैया और सूर्य भगवान को अर्पित करती हैं और उसी प्रसाद को ग्रहण करने के बाद छठ व्रती महिलाओं का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है.