कोडरमा: राज्य सरकार की पहल पर जिले के युवाओं को भी प्लेसमेंट स्किल्ड ट्रेनिंग के जरिए रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए कोडरमा जिले में विभिन्न केंद्रों पर 12वीं पास बच्चों की परीक्षा ली गई, जिसके बाद चयनित बच्चों को पहले 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी, उसके बाद 6 महीने की इंटर्नशिप होगी. इसके बाद रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
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इस प्रोग्राम के जरिए आईटी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है. यह पूरी तरह से अरली करियर प्रोग्राम है, जिसके तहत चयनित बच्चे ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के साथ-साथ अपनी हायर एजुकेशन भी जारी रख सकते हैं और इसके लिए उन्हें कंपनी की ओर से संसाधन और सहयोग मुहैया कराया जाएगा.
इंटर्नशिप के दौरान कंपनी देगी स्टाइपेंड: इस प्रोग्राम के प्रोजेक्ट हेड राजा कुणाल ने बताया कि 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद 6 महीने के इंटर्नशिप के दौरान कंपनी की ओर से सभी चयनित छात्रों को 10-10 हजार रुपये महीने स्टाइपेंड दिए जाएंगे. वहीं इंटर्नशिप के बाद बच्चे कंपनी के फुल टाइम इंपलाई हो जाएंगे और उन बच्चों का सालाना 2 लाख 20 हजार के पैकेज से कैरियर शुरू होगा. 12वीं के छात्रों के चयन के लिए 3 चरणों में यह परीक्षा आयोजित की जा रही है. जिसमें हिंदी इंग्लिश कम्युनिकेशन स्किल, कंप्यूटर का ज्ञान और दक्षता परीक्षा ली जा रही है. कोडरमा से 12वीं पास 200 युवाओं को चयनित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इससे पहले भी कई छात्र चयनित होकर इंटर्नशिप कर रहे हैं, तो कुछ बच्चे इंटर्नशिप के बाद एचसीएल के फुल टाइम इंपलाई भी बन चुके हैं.
12वीं के बाद आईटी के क्षेत्र में सबसे अच्छा प्रोग्राम: इंटर्नशिप और फुल टाइम इंपलाई बन चुके बच्चों ने बताया कि 12वीं के बाद आईटी के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए यह सबसे अच्छा प्रोग्राम है और राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम को यहां लागू कर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का बेहतर प्रयास किया है. कंपनी के साथ इंटर्नशिप कर रही छात्रा खुशी कुमारी ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद वह कैरियर को लेकर काफी तनाव में थी, लेकिन इस अरली करियर प्रोग्राम से उनकी टेंशन खत्म हो गई है. ट्रेनिंग और इंटर्नशिप के साथ आगे की पढ़ाई भी उसने जारी रखी हुई है.