कोडरमा: ऊर्जा मंत्रालय और विद्युत मंत्रालय की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर उज्जवल भविष्य भारत और उज्जवल भविष्य के मद्देनजर बिजली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. कोडरमा के झुमरीतिलैया स्थित श्रम कल्याण सभागार में आयोजित बिजली महोत्सव में 2047 तक देश के हर घर को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
बिजली महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव, उपायुक्त आदित्य रंजन और कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के मुख्य अभियंता एनके चौधरी मौजूद थे. कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में 500 - 500 मेगावाट की दो यूनिट संचालित हैं. जिससे 1000 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है. भविष्य में इस पावर प्लांट में 800 मेगावाट के अतिरिक्त यूनिट भी लगाए जाएंगे. इसके अलावा सौर ऊर्जा प्लांट का भी निर्माण किया जा रहा है. बिजली महोत्सव में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे.
महोत्सव में बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर कैसे बने इस पर चर्चा की गई. मौके पर मौजूद विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए हमें बिजली और पानी की बचत को लेकर भी जागरूक होना होगा और छोटी-छोटी बचत कर बिजली और पानी को बचाया जा सकता है. वहीं उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि इस बिजली महोत्सव के जरिए पावर एट द रेट ऑफ 2047 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है और इस लक्ष्य के मुताबिक साल 2047 से पहले ही सभी घरों तक निर्बाध 24 इनटू 7 बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी.
कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के मुख्य अभियंता एनके चौधरी ने बताया कि लोगों को बिजली मुहैया कराने के लिए डीवीसी प्रतिबद्ध है. डीवीसी के पावर प्लांट से झारखंड में 600 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है लेकिन फिलहाल कोयले की कमी के कारण आपूर्ति थोड़ी प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में कोडरमा ऊर्जा नगरी के रूप में जाना जाएगा और यहां 800-800 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित किए जाएंगे.