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जिला प्रशासन ने की पत्थर उद्योग संघ के साथ बैठक, विधायक और सांसद भी रहे मौजूद - विधायक-सांसद रहे मौजूद

कोडरमा में गुरूवार को उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में पत्थर उद्योग संघ की बैठक हुई. जिसमें 13 जनवरी को वाहन जांच के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों पर हुए पथराव मामले पर चर्चा की गई. इस बैठक में सांसद और विधायक भी मौजूद रहे.

meeting, बैठक
फाइल फोटो
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Published : Jan 16, 2020, 8:47 PM IST

कोडरमा: 13 जनवरी को जिले के डोमचांच थाना क्षेत्र में वाहन जांच के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों पर हुए पथराव के मामले के बाद जिला मुख्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई. उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद अन्नपूर्णा देवी और विधायक नीरा यादव के अलावे पत्थर उद्योग से जुड़े प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में हिस्सा लिया.

देखें पूरी खबर

13 जनवरी की है घटना
इस बैठक में शांतिपूर्ण ढंग से नियम कानून के साथ पत्थर व्यवसाय के संचालन का निर्णय लिया गया. वहीं जिला प्रशासन ने भी नियमों के बारे में जानकारी दी, बैठक के बाद उपायुक्त रमेश घोलप ने साफ लफ्जों में कहा कि सरकार की तरफ से बनाए गए नियमों की अवहेलना कर किसी तरह का व्यवसाय संचालित नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि पत्थर उद्योग से बड़ी संख्या में लोग रोजगार से जुड़े हुए हैं. लेकिन व्यवसाय का संचालन नियम के अधीन ही किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि 13 तारीख को हुए पथराव की घटना में जो लोग शामिल थे उन्हें चिन्हित किया गया है.

ये भी पढ़ें- दुमका में जेएमएम की बैठक, शिबू सोरेन ने पार्टी को मजबूत बनाने पर दिया जोर

अधिकारियों को भी आई थी चोटें
दूसरी तरफ सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि पत्थर व्यवसाय के संचालन को लेकर जो मसला जिला स्तर का है. उसे जिला प्रशासन के अधिकारी निपटाएंगे, इसके साथ ही इस बाबत सांसद और विधायक की अगुवाई में पत्थर व्यवसायियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर तमाम समस्याओं को रखेगा. बता दें कि 13 तारीख को डोमचांच थाना क्षेत्र के नीरु पहाड़ी के पास खनन टास्क फोर्स की टीम में शामिल अधिकारी जब पत्थर और गिट्टी लदे गाड़ियों के चालान की जांच कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. इस घटना में कुछ अधिकारियों को चोटें आई थी.

20 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
जबकि आधा दर्जन प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. पत्थरबाजी के इस मामले को लेकर डोमचांच थाने में 20 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है और पुलिसिया कार्रवाई भी की जा रही है. वहीं इस घटना के बाद डोमचांच के क्रशर मंडी में सन्नाटा छाया है.

कोडरमा: 13 जनवरी को जिले के डोमचांच थाना क्षेत्र में वाहन जांच के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों पर हुए पथराव के मामले के बाद जिला मुख्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई. उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद अन्नपूर्णा देवी और विधायक नीरा यादव के अलावे पत्थर उद्योग से जुड़े प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में हिस्सा लिया.

देखें पूरी खबर

13 जनवरी की है घटना
इस बैठक में शांतिपूर्ण ढंग से नियम कानून के साथ पत्थर व्यवसाय के संचालन का निर्णय लिया गया. वहीं जिला प्रशासन ने भी नियमों के बारे में जानकारी दी, बैठक के बाद उपायुक्त रमेश घोलप ने साफ लफ्जों में कहा कि सरकार की तरफ से बनाए गए नियमों की अवहेलना कर किसी तरह का व्यवसाय संचालित नहीं होने दिया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि पत्थर उद्योग से बड़ी संख्या में लोग रोजगार से जुड़े हुए हैं. लेकिन व्यवसाय का संचालन नियम के अधीन ही किया जाना चाहिए. उन्होंने बताया कि 13 तारीख को हुए पथराव की घटना में जो लोग शामिल थे उन्हें चिन्हित किया गया है.

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अधिकारियों को भी आई थी चोटें
दूसरी तरफ सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि पत्थर व्यवसाय के संचालन को लेकर जो मसला जिला स्तर का है. उसे जिला प्रशासन के अधिकारी निपटाएंगे, इसके साथ ही इस बाबत सांसद और विधायक की अगुवाई में पत्थर व्यवसायियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर तमाम समस्याओं को रखेगा. बता दें कि 13 तारीख को डोमचांच थाना क्षेत्र के नीरु पहाड़ी के पास खनन टास्क फोर्स की टीम में शामिल अधिकारी जब पत्थर और गिट्टी लदे गाड़ियों के चालान की जांच कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. इस घटना में कुछ अधिकारियों को चोटें आई थी.

20 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
जबकि आधा दर्जन प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. पत्थरबाजी के इस मामले को लेकर डोमचांच थाने में 20 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है और पुलिसिया कार्रवाई भी की जा रही है. वहीं इस घटना के बाद डोमचांच के क्रशर मंडी में सन्नाटा छाया है.

Intro:13 जनवरी को कोडरमा के डोमचांच थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों पर हुए पथराव के मामले के बाद आज जिला मुख्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई। उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में सांसद अन्नपूर्णा देवी और विधायक नीरा यादव के अलावे पत्थर उद्योग से जुड़े प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में हिस्सा लिया। Body: बैठक में शांतिपूर्ण ढंग से नियम कानून के साथ पत्थर व्यवसाय के संचालन का निर्णय लिया गया वही जिला प्रशासन ने भी नियमो के बाबत जानकारी दी। बैठक के बाद उपायुक्त रमेश घोलाप ने साफ लफ्जो मे कहा कि सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों की अवहेलना कर किसी तरह का व्यवसाय संचालित नहीं होने दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि पत्थर उद्योग से बड़ी संख्या में लोग रोजगार से जुड़े हुए हैं लेकिन व्यवसाय का संचालन नियम के अधीन ही किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि 13 तारीख को हुए पथराव की घटना में जो लोग शामिल थे उन्हें चिन्हित किया गया है।Conclusion:दूसरी तरफ सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि पत्थर व्यवसाय के संचालन को लेकर जो मसला जिला स्तर का है उसे जिला प्रशासन के अधिकारी निबटाएंगे, साथ ही इस बाबत सांसद और विधायक की अगुवाई में पत्थर व्यवसायियों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलकर तमाम समस्याओं को रखेगा। गौरतलब है कि 13 तारीख को डोमचांच थाना क्षेत्र के नीरु पहाड़ी के पास खनन टास्क फोर्स की टीम में शामिल अधिकारी जब पत्थर और गिट्टी लदे गाड़ियों के चालान की जांच कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया इस घटना में कुछ अधिकारियो को चोटें आई थी जबकि आधा दर्जन प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। पत्थरबाजी के इस मामले को लेकर डोमचांच थाने में 20 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा चुका है और पुलिसिया करवाई भी की जा रही है। वही इस घटना के बाद डोमचांच के क्रेशर मंडी में सन्नाटा छाया है।
बाइट :- अन्नपूर्णा देवी, सांसद, कोडरम
बाइट :- रमेश घोलप, उपायुक्त, कोडरमा
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