कोडरमा: लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने के साथ कोरोना के सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए कोडरमा जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिख रही है. कोडरमा जिले से जुड़े बिहार-झारखंड की सीमा सील होने के बाद तकरीबन 500 लोग ऐसे पकड़े गए हैं जो लॉकडाउन के बावजूद या तो पैदल या निजी वाहनों से एक जगह से दूसरी जगह जा रहे थे. इसमें बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेशों के लोग शामिल हैं जबकि 10 बांग्लादेशी नागरिक भी पकड़े गए हैं जिन्हें फिलहाल स्वास्थ विभाग के बनाये गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है.
इसके अलावा लॉकडाउन का अनुपालन नहीं करने वाले तकरीबन 40 लोगों के खिलाफ अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज की गई है. दूसरे प्रदेशों के लोगों के लिए बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर का उपायुक्त रमेश घोलप ने जायजा लिया और वहां मौजूद अधिकारियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों को खाने-पीने और रहने की समुचित सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया.
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उपायुक्त रमेश घोलप ने लॉकडाउन की अवधि में एक जगह से दूसरी जगह जा रहे लोगों से जानकारी भी ली और उन्हें सख्त हिदायत दी कि 14 दिनों तक वे क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रहें. उपायुक्त ने बताया कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है लेकिन जो भी लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागने का प्रयास करेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.