कोडरमा: आज पूरे देश भर में शिवरात्रि की धूम देखी जा रही हैं. जिले के ध्वजाधारी धाम में सुबह से ही शिवभक्तों की भीड़ लगी हुई है. ऐसी मान्यता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मुराद पूरी होती हैं. शिवभक्त यहां 777 सीढ़ियां चढ़कर बाबा भोले का जलाभिषेक करते हैं.
मान्यता के अनुसार द्वापर युग में ब्रह्मा के पुत्र कर्दम ऋषि ने इसी ध्वजाधारी धाम पर भगवान शिव की आराधना की थी. जिसके बाद भगवान शिव कर्दम ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें ध्वजा और त्रिशूल भेंट किया था. जिसके बाद इस स्थान का नाम ध्वजाधारी धाम पड़ गया. ऐसी मान्यता हैं कि यहां आने वाले हर भक्त की कामना पूरी होती हैं.
शिवरात्रि हो या सावन की हर वक्त इस ध्वजाधारी धाम पर शिवभक्तों का तांता लगा रहता हैं. यहां बिहार-झारखंड और बंगाल से हजारों की संख्या में शिव भक्त पूरी आस्था और भक्ति के साथ अपने मनोकामना की पूर्ति के लिए पहुंचते हैं.