कोडरमा: झारखंड में धर्मांतरण का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. गरीब और निर्धन परिवारों को आर्थिक लाभ का लालच देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित किए जाने का मामला प्रकाश में आता रहता है. ताजा मामला कोडरमा के जयनगर प्रखंड के कटिया गांव का है, जहां प्रार्थना सभा की आड़ में कई लोगों के धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा था.
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बता दें कि पिछले कुछ दिनों से घरों में चल रहे प्रार्थना सभा की सूचना पर ग्रामीण इकट्ठा हुए और उन्होंने धर्मांतरण के खेल का भंडाफोड़ किया. पकड़े जाने के बाद प्रार्थना सभा में जुटे लोग बीमारी ठीक होने की दलील देने लगे और धर्म परिवर्तन की बात से इनकार कर दिया. हालांकि इस दौरान घरों से बाइबल भी बरामद किया गया. वहीं ईसाई धर्म से जुड़े प्रतीक चिन्ह भी घरों के दीवारों पर टंगे हुए पाए गए.
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पुलिस भी पहुंची और प्रार्थना सभा नहीं करने की हिदायत देकर लोगों को छोड़ दिया. इस प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थीं. स्थानीय लोगों ने बताया कि कई घरों में प्रार्थना सभा की आड़ में गरीब और निर्धन परिवारों को लालच देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा था, जिसके विरोध में लोग यहां एकजुट हुए हैं.
बता दें कि कोडरमा के कई इलाके में धर्मांतरण के खेल का भंडाफोड़ किया जा चुका है. ईसाई मिशनरी के लोग ग्रामीण क्षेत्र के भोले-भाले गरीब परिवारों को टारगेट करते हैं और आर्थिक मदद और बीमारी दूर करने के नाम पर प्रार्थना सभा में बुलाया जाता है, जहां उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जाता है. हालांकि कई मौकों पर कोडरमा पुलिस ने धर्म परिवर्तित कराने वाले लोगों को पकड़ा है और उन्हें फिर ऐसा नहीं करने की हिदायत देकर छोड़ दिया गया. इसके बावजूद ऐसे लोग बाज नहीं आ रहे हैं.