कोडरमा: झारखंड में कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो दिन पहले यह निर्देश जारी किया था कि सूबे में जितने भी निजी अस्पताल हैं उन्हें अपने कुल बेड का 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखना होगा. इसको लेकर कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी रेशमा डुंगडुंग और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार ने झुमरी तिलैया शहर के चिन्हित 4 अस्पतालों का निरीक्षण किया. इस दौरान वहां कुल बेडों की संख्या, ऑक्सीजन की सुविधा, पारा मेडिकल स्टाफ की संख्या जैसे कई जानकारियां ली गई.
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10 अस्पतालों का निरीक्षण बाकी
बीडीओ रेशमा डुंगडुंग ने बताया कि सरकार के निर्देश के आलोक में उपायुक्त के निर्देशानुसार शहर के विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण किया है. जिसमें शुभ लाभ क्लीनिक, तिलैया क्लीनिक, होप हॉस्पिटल और आर्यन हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया है. अभी 10 अन्य अस्पतालों का निरीक्षण किया जाना है.
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी अस्पताल संचालकों को साफ निर्देश दिया गया है कि वे अपने कुल बेड का 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीज के लिए आरक्षित रखेंगे. साथ ही साथ इमरजेंसी सुविधा के लिए ऑक्सीजन आदि उपकरणों का होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं जल्द ही इन अस्पतालों को कोविड सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा.