कोडरमा: प्रादेशिक वन प्रमंडल कोडरमा के वन क्षेत्र पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को हजारीबाग से आई एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने कोडरमा स्थित उनके आवास से 4500 रुपए घूस लेते रंगेहाथ धर दबोचा है. कोडरमा के बसधरवा निवासी ने रेंजर राजेन्द्र यादव द्वारा 6 हजार रूपये रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की थी. जिसके बाद एसीबी ने कार्रवाई की है.
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जानकारी के अनुसार, पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले की जांच की गई और यह मामला सत्य पाया गया. जिसके बाद एसीबी की टीम ने अपने अभियान के तहत रेंजर को रंगेहाथ रिश्वत लेते उसके घर से धर दबोचा. बताया जाता है कि आवेदक रैयती जमीन पर लगे शीशम एवं गम्हार के 04 पेड़ नियमानुसार अनुमति लेकर कटाई थी, जिसमें से 123 बोटा बना था. उक्त 123 बोटे में से 76 बोटा अनुमति लेकर आवेदक ने उठवा लिया था और आवेदक ने उक्त सभी बोटों का उठावन के लिए ट्रांजिट शुल्क भी जमा करवा दिया था.
इस दौरान गांव में हाथियों के आने के कारण 47 बोटा उठना शेष रह गया था, जिसे फिर से उठाने के लिए वन विभाग में आवेदन दिया गया था. इधर कुछ समय बीत जाने के बाद राजेन्द्र प्रसाद, रेन्जर कोडरमा वन प्रक्षेत्र से मिलकर बोटा उठाने के लिए अनुरोध किया तो, उनके द्वारा 47 बोटा उठवाने के लिए 6000 रुपये रिश्वत की मांग की. राजेंद्र यादव घूस नहीं देना चाहता था इसलिए उसने एसीबी से संपर्क कर राजेंद्र प्रसाद द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की. इसके बाद पूरी तैयारी के साथ पहुंची एसीबी की टीम ने रेंजर को रंगेहाथ घूस लेते पकड़ लिया. टीम उसे गिरफ्तार कर अपने साथ हजारीबाग लेकर चली गई. शिकायतकर्ता के आवेदन और सत्यापन प्रतिवेदन के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हजारीबाग थाना में कांड संख्या 5/2022 दर्ज किया गया है.