खूंटीः झारखंड राज्य के लिए 15 नवंबर का दिन काफी खास है. इसी दिन भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था. धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती को भारत सरकार जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाएगी. इस मौके पर केंद्र सरकार जनजातियों को कई सौगात भी देने की घोषणा करेगी. साथ ही उलिहातू में लगातार पेयजल संकट की स्थिति से ग्रामीणों को स्थायी समाधान भी मिलने की संभावना है. पेयजलापूर्ति योजना के तहत उलिहातू समेत 12 गांवों को पानी मुहैया करानी है. पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर इन योजनाओं के काम में तेजी दिखाई दे रही है.
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मुरहू प्रखंड के किताहातु के पास लगभग 15 करोड़ की लागत से बनने वाली ग्रामीण जलापूर्ति योजना बाड़ीनिजकेल पंचायत के उलिहातू समेत कुल बारह गांवों को नल से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा. हालांकि 15 नवंबर तक भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में पेयजल पहुंचाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. लंबे समय से उलिहातू समेत आसपास के गांवों में पेयजल संकट के कारण ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इससे उनके दैनिक कार्य भी प्रभावित होते रहे हैं.
राज्य और केंद्र सरकार के सचिव स्तरीय पदाधिकारियों का भी निर्देश है कि 15 नवंबर तक हर हाल में उलिहातू गांव में पेयजल आपूर्ति हो. इसके लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं. विगत एक वर्ष से जलमीनार निर्माण और गांव-गांव तक पाइपलाइन पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है. हालांकि उलिहातू में ग्रामीण पेयजलापूर्ति के लिए दो वर्ष का निर्माण अवधि निर्धारित था.
प्रधानमंत्री के प्रस्तावित उलिहातू आगमन को लेकर अन्य प्रमंडल के प्रमंडलीय स्तर के कार्यपालक अभियंता के अलावा दर्जनों इंजीनियर लगाए गए हैं. समय से पूर्व जलमीनार कार्य को पूर्ण करने के लिए एक माह से युद्धस्तर पर कार्य जारी है. उम्मीद की जा रही है कि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व उलिहातू के लोगों को लगभग 15 करोड़ की लागत से बनने वाली ग्रामीण पेयजलापूर्ति का लाभ मिल सकेगा.