खूंटी: खूंटी नगर पंचायत क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जनवरी माह में भी शुद्ध पेयजल मिलने की उम्मीद नहीं है. क्योंकि शहरी जलापूर्ति योजना का कार्य अब भी कछुए की गति से चल रहा है. 60 करोड़ की लागत से बनने वाला शहरी जलापूर्ति योजना का कार्य विगत पांच वर्षों से चल रहा है, लेकिन अब तक कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. इस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
डीसी के निर्देशों का भी नहीं हुआ पालनः खूंटी में जलापूर्ति योजना पर लगा ग्रहण,पांच साल बाद भी 70 प्रतिशत काम ही हुआ पूरा शीर्षक से 23 दिसंबर को ईटीवी भारत में खबर चली थी. उसके बाद डीसी शशि रंजन ने 24 दिसंबर को स्थल निरीक्षण किया था और कंपनी प्रबंधन को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया था. इस दौरान डीसी ने 15 जनवरी तक ट्रायल पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन वो भी नहीं हो पाया. बताते चलें कि शहर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए श्रीराम कंपनी द्वारा कार्य कराया जा रहा है.
नपं पदाधिकारी ने फरवरी तक जलापूर्ति कराने का दावा कियाः उधर, नगर पंचायत के पदाधिकारी फरवरी माह तक ट्रायल पूरा करने का दावा कर रहे हैं. जबकि कंपनी से जुड़े पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि तकनीकी कारणों से कार्य मे विलंब हुआ है, लेकिन फरवरी तक ट्रायल करने का प्रयास है. नगर पंचायत के पदाधिकारी ने दावा किया है कि शहर के 3420 घरों को फरवरी महीने से शहरी जलापूर्ति के तहत पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी. शहरी जलापूर्ति कार्य करा रही श्रीराम कंपनी और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट योजना के संवेदक केएमएस के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रवि प्रकाश ने यह बातें कही. उन्होंने बताया कि फरवरी से जन्नत नगर, मिश्रा टोली, कर्रा रोड, जमुआदाग, पिपराटोली, दतिया, महुआटोली, दुबदाग और पीड़िटोली में जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी.
शहर में दो स्थानों पर पानी टंकी निर्माण का कार्य पूराः उन्होंने बताया कि शहर में दो पानी टंकी बनाने का काम पूरा कर लिया गया है. मार्च के अंत तक अन्य दो टंकियों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जलापूर्ति योजना के मेन प्लांट का काम 13 फरवरी को पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि 13 फरवरी से जलापूर्ति का मीटर लगाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा.