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कैसे होगा कोरोना का खात्माः खूंटी के इन दो गांवों में वैक्सीनेशन हो रहा विरोध, सर्वे टीम पर भी हो चुका है जानलेवा हमला

एक ओर झारखंड सरकार कोरोना महामारी का जड़ से खात्मा करने के लिए दिन रात युद्धस्तर पर कार्य कर रही है, तो दूसरी ओर कुछ जगह अज्ञानता और अफवाहों के चलते वैक्सीनेशन में बाधा डाल रहे हैं. खूंटी के पोसया और जिकिलता गांवों में ग्रामीण वैक्सीनेशन न कराने पर अड़े हैं.

वैक्सीन का  विरोध
वैक्सीन का विरोध
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Published : Jun 7, 2021, 8:06 PM IST

खूंटीः जिले में वैक्सीनेशन का विरोध थमने का नाम नही ले रहा है. जिले के रनिया और तोरपा प्रखंड अंतर्गत दो घटनाएं सामने आ चुकी है, जहां सर्वे टीम पर जानलेवा हमला हुआ. हालांकि मामले पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह भी पढ़ेंः रामगढ़ के बरकाकाना में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में लगी भीषण आग, इलाके में फैल रहा धुएं का गुबार

दूसरी ओर खूंटी प्रखंड अंतर्गत बारूडीह पंचायत क्षेत्र के पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने प्रखंड पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर क्षेत्र में सर्वे न करने व वैक्सीनेशन कार्य न करने को कहा है.

पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर इसका विरोध किया है. ये वही इलाका है जो कभी पत्थलगढ़ी कर सरकार और सरकारी योजना का बहिष्कार करते थे. समानांतर सरकार के दंभ भरने वाले नेताओं का मुख्य केंद्र के तौर में भी जाना जाता रहा है जिकिलता.

प्रशासन का पत्र
प्रशासन का पत्र

प्रसार वाहन को रोका

ईटीवी भारत को इससे संबंधित दस्तावेज मिले है. जिसमे ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन देने का जिक्र है. सोमवार को प्रखंड कार्यालय में प्रखंड पदाधिकारी के नेतृत्व में हो रही बैठक के दौरान महिला पर्यवेक्षिका द्वारा भी इसका खुलासा किया है, जहां बताया गया कि बारूडीह पंचायत में ग्रामीणों द्वारा जिकिलता एवं पोसया में प्रसार वाहन को रोक दिया गया और क्षेत्र में भ्रमण न करने की बात कही गई है.

सोमवार को हुए बैठक में इस संबंध में जिकिलता और पोसया के ग्राम प्रधान के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया है, वहां ये निर्देश दिया गया कि जल्द ही वहां के ग्रामीणों से संवाद कर ग्रामीणों को सजग करें. साथ ही छोटा सालरे और बड़ा सालरे के ग्राम प्रधान एवं उसके द्वारा ग्रामसभा में टीका न लेने संबंधी घोषणा की.

लिखित सूचना मिलने पर 5 तारीख को प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स कर सभी सदस्यों द्वारा वहां ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया है. बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि 15 मार्च से वैक्सीन कार्यक्रम शुरू किया गया था.

जागरुकता का अभाव

लेकिन 45 वर्ष के व्यक्तियों को दूसरी डोज लेने के लिए समय अवधि अब पूर्ण होने जा रहा है. अतः दूसरी डोज के वैक्सीनेशन के लिए सभी ग्राम वार जागरूकता कर निर्धारित तिथि को वैक्सीनेशन करने की तैयारी करने का निर्णय लिया गया है.

प्रशासन ने किया इंकार

बीपीएम, जेएसएलपीएस को अपने सीएलएफ एवं वीओ के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में जागरूकता रैली और मोबाइल वैक्सीनेशन कराने की सर्वसम्मति से जिम्मेदारी दी गई है.

तोरपा प्रखंड में घटित सर्वे टीम पर हमला को लेकर सुरक्षा संबंधी व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गयी. प्रखंड विकास पदाधिकारी खूंटी द्वारा जानकारी दी गई कि अभी तक खूंटी प्रखंड में ऐसी घटना की सूचना कहीं भी नहीं है.

सभी सर्वे टीम एवं जांच कर्मियों को सहयोग कर रहे हैं. बीडीओ द्वारा थाना प्रभारी खूंटी और मारंगहादा थाना को अपने सेंसिटिव ग्रामीण क्षेत्र में लगातार गश्त करने एवं सजग रहने का निर्देश दिया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी कनक को इस संबंध में ईटीवी की टीम ने चार बार फोन किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया.

जबकि बीडीओ कनक द्वारा की गई प्रोसिडिंग से ये स्पष्ट होता है कि लिखित आवेदन दिया गया है जबकि एसडीओ हेमंत सती ने बताया कि किसी तरह का कोई आवेदन नहीं दिया गया हालांकि उन्होंने इसकी पुष्टि जरूर किया है कि प्रचार वाहन को रोका गया था.

खूंटीः जिले में वैक्सीनेशन का विरोध थमने का नाम नही ले रहा है. जिले के रनिया और तोरपा प्रखंड अंतर्गत दो घटनाएं सामने आ चुकी है, जहां सर्वे टीम पर जानलेवा हमला हुआ. हालांकि मामले पर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया.

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दूसरी ओर खूंटी प्रखंड अंतर्गत बारूडीह पंचायत क्षेत्र के पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने प्रखंड पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर क्षेत्र में सर्वे न करने व वैक्सीनेशन कार्य न करने को कहा है.

पोसया और जिकिलता के ग्रामीणों ने लिखित आवेदन देकर इसका विरोध किया है. ये वही इलाका है जो कभी पत्थलगढ़ी कर सरकार और सरकारी योजना का बहिष्कार करते थे. समानांतर सरकार के दंभ भरने वाले नेताओं का मुख्य केंद्र के तौर में भी जाना जाता रहा है जिकिलता.

प्रशासन का पत्र
प्रशासन का पत्र

प्रसार वाहन को रोका

ईटीवी भारत को इससे संबंधित दस्तावेज मिले है. जिसमे ग्रामीणों द्वारा लिखित आवेदन देने का जिक्र है. सोमवार को प्रखंड कार्यालय में प्रखंड पदाधिकारी के नेतृत्व में हो रही बैठक के दौरान महिला पर्यवेक्षिका द्वारा भी इसका खुलासा किया है, जहां बताया गया कि बारूडीह पंचायत में ग्रामीणों द्वारा जिकिलता एवं पोसया में प्रसार वाहन को रोक दिया गया और क्षेत्र में भ्रमण न करने की बात कही गई है.

सोमवार को हुए बैठक में इस संबंध में जिकिलता और पोसया के ग्राम प्रधान के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया है, वहां ये निर्देश दिया गया कि जल्द ही वहां के ग्रामीणों से संवाद कर ग्रामीणों को सजग करें. साथ ही छोटा सालरे और बड़ा सालरे के ग्राम प्रधान एवं उसके द्वारा ग्रामसभा में टीका न लेने संबंधी घोषणा की.

लिखित सूचना मिलने पर 5 तारीख को प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स कर सभी सदस्यों द्वारा वहां ग्राम प्रधान एवं ग्रामीणों के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया है. बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि 15 मार्च से वैक्सीन कार्यक्रम शुरू किया गया था.

जागरुकता का अभाव

लेकिन 45 वर्ष के व्यक्तियों को दूसरी डोज लेने के लिए समय अवधि अब पूर्ण होने जा रहा है. अतः दूसरी डोज के वैक्सीनेशन के लिए सभी ग्राम वार जागरूकता कर निर्धारित तिथि को वैक्सीनेशन करने की तैयारी करने का निर्णय लिया गया है.

प्रशासन ने किया इंकार

बीपीएम, जेएसएलपीएस को अपने सीएलएफ एवं वीओ के माध्यम से प्रत्येक पंचायत में जागरूकता रैली और मोबाइल वैक्सीनेशन कराने की सर्वसम्मति से जिम्मेदारी दी गई है.

तोरपा प्रखंड में घटित सर्वे टीम पर हमला को लेकर सुरक्षा संबंधी व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गयी. प्रखंड विकास पदाधिकारी खूंटी द्वारा जानकारी दी गई कि अभी तक खूंटी प्रखंड में ऐसी घटना की सूचना कहीं भी नहीं है.

सभी सर्वे टीम एवं जांच कर्मियों को सहयोग कर रहे हैं. बीडीओ द्वारा थाना प्रभारी खूंटी और मारंगहादा थाना को अपने सेंसिटिव ग्रामीण क्षेत्र में लगातार गश्त करने एवं सजग रहने का निर्देश दिया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी कनक को इस संबंध में ईटीवी की टीम ने चार बार फोन किया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नही किया.

जबकि बीडीओ कनक द्वारा की गई प्रोसिडिंग से ये स्पष्ट होता है कि लिखित आवेदन दिया गया है जबकि एसडीओ हेमंत सती ने बताया कि किसी तरह का कोई आवेदन नहीं दिया गया हालांकि उन्होंने इसकी पुष्टि जरूर किया है कि प्रचार वाहन को रोका गया था.

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