खूंटी: मानव तस्करी की शिकार चाईबासा जिले की एक 20 साल की आदिवासी युवती दिल्ली से भागकर खूंटी पहुंची. मानव तस्करों ने अच्छी नौकरी और रुपये दिलाने का झांसा देकर युवती को दिल्ली ले गए थे, जहां उसे बेच दिया गया. तस्करों ने आदिवासी युवती को छह महीने पहले दिल्ली में ही बेचा था, जहां वह प्रताड़ना का शिकार हो रही थी. जिस घर में तस्करों ने उसे बेचा था, वहां उसे ना खाना मिलता था और ना ही पैसा.
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छह महीने बड़ी मुश्किल से बिताने के बाद आदिवासी युवती घर से भाग गई और किसी तरह रेलवे स्टेशन पहुंची. भूखे प्यासे खड़ी युवती दिन भर वहीं रही, लेकिन एक पुलिसवाले ने उसकी मदद की और ट्रेन में बैठा दिया. पीड़िता ने खूंटी पुलिस को बताया कि वो चाईबासा जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र की निवासी है और दो तस्कर चार लड़कियों को अच्छी नौकरी और रुपये दिलाने का कह कर दिल्ली ले गए थे, जहां अलग-अलग जगहों पर सभी को बेच दिया गया. इस युवती के साथ भी वैसा ही हुआ. जैसा बाकी युवतियों के साथ हो रहा है.
स्टेशन पर एक पुलिसकर्मी ने की मदद: डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि पीड़िता के अनुसार दिल्ली के जिस घर में वो काम कर रही थी, वहां उसे प्रताड़ित किया जा रहा था और पैसे भी नहीं दिये जा रहे थे. बड़ी मुश्किल से वहां छह महीने रही और किसी तरह वहां से भाग गई. स्टेशन पहुंचने के बाद उसे कोई जानकारी ही नहीं थी कि उसे जाना कहां है और कैसे जाए. काफी देर बाद स्टेशन पर एक पुलिसकर्मी मिला. युवती ने उसे अपनी आपबीती बताई तो उसने युवती को रांची जाने वाली एक ट्रेन में बैठा दिया, जहां वो बेसुध पड़ी थी. इलाहाबाद पहुंची तो वहां कुछ लोग ट्रेन में चढ़े तो देखा कि युवती बेसुध पड़ी है. युवती से मुंडारी में बात की तो बातचीत से उसे अपनेपन का एहसास हुआ तो उसने उन लोगों को पूरी बात बताई.
लोगों ने खूंटी पुलिस को दी युवती के बारे में जानकारी: मुंडारी में बातचीत करने वाले कुछ सज्जन युवती की बात सुनकर हैरान हो गए. चूंकि वो लोग भी खूंटी के ही रहने वाले थे इसलिए युवती को लेकर खूंटी पहुंचे. जिन सज्जनों ने युवती की मदद की उनके बारे में पुलिस ने कुछ नहीं बताया, लेकिन डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने युवती के बारे में जानकारी दी और बताया कि मानव तस्करों की शिकार हुई बच्ची इलाहाबाद स्टेशन में ट्रेन में बेसुध अवस्था मिली है. उसके बाद बच्ची को लेकर सीधे वो लोग डीएसपी आवास पहुंचे. डीएसपी की पहल पर युवती को खूंटी और चाईबासा पुलिस के सहयोग से गोइलकेरा थाना क्षेत्र स्थित उसके गांव भेज दिया गया.
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डीएसपी अमित कुमार की पहल पर खूंटी इंस्पेक्टर पिंकू कुमार यादव समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने आर्थिक सहयोग किया और एक गाड़ी बूक किया गया. युवती को कुछ रुपये दिए गए, फिर उसे उसके घर भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि युवती का बयान दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. घटना चाईबासा जिले का है, इसलिए चाईबासा जिले की पुलिस इस मामले पर कार्रवाई करेगी.