खूंटी: जिले के कर्रा में शनिवार को वज्रपात की चपेट में आने से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई थी. इस दुखद घटना के बाद सोमवार को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Union Minister Arjun Munda) मृतक के परिजनों से मिलने डहुटोली गांव पहुंचे. जिसके बाद परिजनों से मिलकर उनका हाल जाना और बेहतर सहायता देने को लेकर डीसी शशि रंजन को निर्देश दिया.
ये भी पढ़ें- झारखंड में वज्रपात से एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत
क्यों खौफ में जीने को मजबूर हैं ग्रामीण
वज्रपात की घटनाओं से कर्रा प्रखंड क्षेत्र के लोग खौफ में जीने को मजबूर हैं. आए दिन आसमानी कहर से जान माल का नुकसान होता रहता है. लेकिन एक साथ एक ही दिन में 5 लोगों की मौत हो जाएगी ये किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था. मौसम बिगड़ते ही लोग अपने घरों में दुबक जाते हैं ताकि वज्रपात से बच सके. इसके बावजूद कभी कभार वज्रपात घरों के अंदर रह रहे आमलोगों को भी अपनी चपेट में ले लेता है. क्षेत्र में आसमानी कहर से बचने के लिए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों को खासकर किसान वर्ग के लोग खेतों में जब भी काम कर रहे हो तो वो अपने पैरों में कुछ पहन लें जिससे कि बिजली के करंट से बच सके. उन्होंने कहा कि जब भी बिजली गिरती है तो आसपास के लोगों को चपेट में ले लेती है. खासकर खाली पैर वालों को ज्यादा नुकसान होता है.
अर्जुन मुंडा ने क्या कहा
कर्रा प्रखंड क्षेत्र में आए दिन वज्रपात की बढ़ती घटनाओं को लेकर अर्जुन मुंडा ने कहा कि यहां की भौगोलिक स्थिति की जांच करवाई जाएगी. इसके साथ ही तड़ित-चालक नहीं होने के सवाल पर कहा कि इस संबंध में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. 3 साल पहले जिले के सरकारी स्कूलों, अस्पताल और अन्य सरकारी बिल्डिंग में तड़ित-चालक (Lightning Conductor) वृहद पैमाने पर लगाए गए थे. इसके अलावा जहां भी बिल्डिंग निर्माण कार्य होते हैं, वहां तड़ित-चालक (Lightning Conductor) लगाए जाने का प्रावधान है.