खूंटी: प्रशासन की लापरवाही ने दो जिंदा महिलाओं को मुर्दा बना दिया है. इससे महिलाओं को ना कोई योजना का लाभ मिल रहा है और ना ही वे ठीक से अपना जीवन यापन कर पा रही हैं. मामला जिले के कर्रा का है. जहां की रहने वाली दो वृद्ध महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा विभाग ने जीते जी मौत का सर्टिफिकेट दे दिया है, जिसके कारण वृद्ध और दिव्यांग महिलाओं का पेंशन लाभ बंद है. तीन वर्षों से पेंशन से वंचित महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है.
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महिलाओं के मृत घोषित होने के कारण उन्हें कई तरह की सरकारी सुविधाओं का लाभ भी मिलना बंद हो गया है. दोनों महिलाएं कर्रा प्रखंड क्षेत्र के जरियगड़ थाना क्षेत्र के जरिया खिजूर टोली गांव की रहने वाली हैं. 70 वर्षीय बुधनी मुंडाईन पति रुका मुंडा और 70 वर्षीय विकलांग बुधन होरो को सामाजिक सुरक्षा विभाग ने तीन साल पहले मृत बता दिया है. जिसके कारण दोनों वृद्ध महिलाओं को कई तरह की परेशानी होने लगी है.
नहीं मिल रहा पेंशन का लाभ: मृत घोषित कर देने से दोनों का पेंशन रुका पड़ा है, जिसके कारण उनकी स्तिथि बद से बदतर हो गई है. पेंशन चालू कराने के लिए दोनों महिलाएं सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाते थक हार कर निराश हो गईं हैं. बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाते देखते हुए भी जिम्मेदार अधिकारियों को रहम नहीं आया. किसी तरह मदद लेकर महिलाओं ने अपनी पीड़ा कागज पर उकेर कर अधिकारियों तक पहुंचायी. लेकिन उनकी फरियाद का समाधान नहीं हो पाया है. बेबश महिलाएं किसी रहनुमा के इंतजार में बैठी हुई हैं.
महिलाओं ने लगाई गुहार: पेंशन योजना के तहत मिलने वाला लाभ से वंचित होने से निराश वृद्ध महिलाओं ने संबंधित विभाग को आवेदन देकर खुद को जिंदा होने की बात बताई है. महिला ने विभाग से अनुरोध किया है कि वो जिंदा हैं, उनकी पेंशन योजना चालू कर दें. इस पूरे मामले को लेकर कर्रा बीडीओ निशा कुमारी ने बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी. ईटीवी भारत के जरिए मामले की जानकारी मिली है. मामले की जांच की जाएगी और महिलाओं को लाभ दिलाया जाएगा. साथ ही बीडीओ ने कहा कि दोषियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.