खूंटी: प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर सह एक लाख का इनामी नक्सली सुखराम गुड़िया दस्ते के दो सक्रिय सदस्य को पुलिस ने रनिया के जराकेल जंगल से खदेड़कर गिरफ्तार किया है (Two Maoists arrested in Khunti). गिरफ्तार नक्सलियों से पुलिस ने एक हथियार कारतूस और लेवी की राशि के साथ बाइक मोबाइल और नक्सली पर्चा भी बरामद किया है. पुलिस ने उन्हें गुरुवार देर शाम न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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जिला के रनिया में ठेकेदारों से लेवी वसूलने के लिए क्षेत्र में भ्रमणशील पीएलएफआई के दो सक्रिय नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. गिरफ्तार नक्सलियों के पास से 315 बोर की दो जिंदा गोली, पीएलएफआई के दो पर्चे, दस हजार पांच सौ रुपए नकद, काले रंग की होंडा साइन बाइक और पीले रंग की होंडा स्टनर बाइक और दो मोबाइल बरामद किया गया है.
गुरुवार को तोरपा डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी ने जानकारी दी कि खूंटी एसपी अमन कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के एक लाख का इनामी जोनल कमांडर सुखराम गुड़िया उर्फ रोड़े अपने दस्ता सदस्यों के साथ रनिया थाना क्षेत्र के उड़िकल, जराकेल, कोयनारा के आसपास के क्षेत्रों में भ्रमणशील है. उन्होंने बताया कि सभी नक्सली किसी ठेकेदार से लेवी वसूलने के लिए गांव के आसपास घूम रहे थे. जिसके बाद इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई की गई.
पुलिस की कार्रवाई में जराकेल जंगल से पीएलएफआई संगठन के दो सक्रिय नक्सली सदस्य, जिसमें रनिया के रंगरुड़ी सरना टोली निवासी सुलेमान सुरीन उर्फ सुले (23 वर्ष) और मुरहू थाना क्षेत्र के तुरंग निवासी बुधराम मुण्डु उर्फ बासू (20 वर्ष) को गिरफ्तार किया. डीएसपी ने बताया कि दोनों गिरफ्तार नक्सली कई मामलों में वांछित हैं. इसमें बुधराम मुण्डु उर्फ बासू तोरपा में एक और तपकरा थाना में दो मामले दर्ज हैं. सभी मामले आर्म्स एक्ट और 17 सीएलए के तहत 2018 में दर्ज हुए थे. वहीं सुलेमान सूरीन उर्फ सुले पर मुरहू थाना में आर्म्स एक्ट और सीएलए के तहत 2020 में मामला दर्ज हुआ था, जिसमें दोनों जेल जा चुके थे. छापामारी टीम में तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, रनिया थाना प्रभारी जीतेंद्र कुमार यादव, पूर्व तोरपा थाना प्रभारी और मीडिया सेल से सत्यजीत कुमार और तोकेन पिकेट के अलावा रनिया पुलिस बल के जवान शामिल थे.