खूंटीः रघुवर सरकार के कार्यकाल में ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत खूंटी के घर-घर बिजली पहुंचाई गयी थी. हालांकि अब सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है. यही वजह है कि जिले के 113 गांव और टोले में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर (Transformer faulty in 113 villages of Khunti) जल गए हैं लेकिन उन्हें बदला नहीं जा रहा है. यह ट्रांसफॉर्मर दो-चार दिनों या दो चार सप्ताह से नहीं जले बल्कि करीब दो सालों से खराब हैं.
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जिले में सबसे ज्यादा खराब ट्रांफॉर्मर खूंटी और तोरपा विधानसभा क्षेत्र के गांवों में हैं. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के प्रतिनिधि मनोज कुमार ने विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, विद्युत कार्यपालक अभियंता जेम्स कुजूर ने बताया कि ट्रांसफार्मर बदलने की प्रक्रिया शुरू की गई है. रांची से क्लियरेंस मिलते ही गांवों में ट्रांसफार्मर बदलने की कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
स्थिति यह है कि अंधेरे में रहने को मजबूर ग्रामीणों की ओर से लगातार शिकायत की जाती है, लेकिन विद्युत विभाग सिर्फ आश्वासन दे रही है. खराब ट्रांसफॉर्मर को बदलने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. ग्रामीण भी शिकायत करते करते थक गए हैं. अब ग्रामीण शिकायत करना छोड़ दिया है. सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने कहा कि जिले के 113 गांवों में ट्रांसफॉर्मर खराब हैं, लेकिन विभाग कार्रवाई नहीं कर रही है. सांसद प्रतिनिधि ने डीसी से शीघ्र ट्रांसफॉर्मर बदलने की मांग की है.
जिले के 113 गांवों में ट्रांसफार्मर जल गए हैं. इसमें खूंटी में 31, अड़की में 5, कर्रा में 9, तोरपा में 21, मुरहू में 19, रनिया में 28 ट्रांसफॉर्मर शामिल है. विद्युत कार्यपालक अभियंता जेम्स कुजूर ने कहा कि रांची और खूंटी के लिए रांची में एक मात्र ट्रांसफार्मर रिपेयर वर्कशॉप है. इससे ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत में विलंब होता है. यही वजह है कि ट्रांसफार्मर जलने के बाद ठीक कराने में देर होती है. उन्होंने बताया की नये साल में यह समस्या दूर हो जाएगी.