खूंटीः खूंटी जिले के तोरपा थाना क्षेत्र के रोड़ो गांव निवासी निजामुद्दीन की मौत मामले में सियासत शुरू हो गई है. घटना के तीसरे दिन कांग्रेस के निलंबित विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोनगाड़ी रोड़ो गांव पहुंचे (Rodo Village Khunti Visit) और 26 नवंबर की रात साढ़े बारह बजे घटी घटना की जानकारी ली. इन तीनों विधायकों ने घटना के संबंध में परिजनों और गांव वालों से बातचीत की. इधर, भाजपा के विधायक सह पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की और राजनीति से बचने की सलाह दी.
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रोड़ो गांव पहुंचे जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि खूंटी की यह घटना मॉब लिंचिंग है, जब रक्षक ही भक्षक और राक्षस बन जाएं तो अवाम किस पर यकीन करेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार के सिस्टम का हिस्सा है. लेकिन चंद पुलिसकर्मी हेमन्त सरकार को बदनाम करने पर तुले हुए हैं. जीरो टॉलरेंस के तहत दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए.
खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि बुजुर्ग निजामुद्दीन के साथ घटी घटना शर्मनाक और निंदनीय है. पुलिस लोगों की रक्षा करने के लिए होती है लेकिन जिस तरीके से रोड़ो गांव में पुलिस ने आधी रात को गुंडागर्दी की. यह ठीक नहीं है. झारखंड की गठबंधन की सरकार गरीब-गुरबों की सरकार है. लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों के कारण पूरा सिस्टम बर्बाद हो रहा है. ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें दंडित कर हटा देना बेहतर होगा. कल मुख्यमंत्री से मिलकर घटना की जानकारी देंगे.
साथ ही कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल ने कहा कि राज्य में पुलिसिया सिस्टम बिगड़ गया है. सरकार को बदनाम करने की नीयत से कुछ पुलिसकर्मी गलत कार्य कर रहे हैं, जिसे चिन्हित कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है. इधर, राज्य के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री सह खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि घटना काफी दुःखद और निंदनीय घटना है. मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषी अफसरों पर कार्रवाई होनी चाहिए न की राजनीति.