खूंटीः 'पानी रोको पौधा रोपो' अभियान की शुरुआत झारखंड के खूंटी जिले से की गई. कर्रा प्रखंड अंतरगत घुनसूली पंचायत के गुनी गांव से झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने पानी रोको पौधा रोपो अभियान की शुरुआत कुदाल चलाकर की. साथ ही गुनी गांव की 90 एकड़ जमीन पर टीसीबी कार्य की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि अगर एकजुट होकर कोई कार्य आरंभ किया जाए तो सफलता निश्चित है. गुनी गांव में सखी मंडल और ग्राम सभा ने मिसाल पेश की है. वहीं महिला मंडलों ने मनरेगा के तहत मिट्टी खुदाई का काम और जल संचयन के काम को पूरे झारखंड स्तर पर लागू करने की बात कही.
टीसीबी के माध्यम से गुनी गांव की ग्राम सभा और महिला मंडल ने सैकड़ों एकड़ पानी संचयन का नायाब तरीका ढूंढ निकाला है. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव सिद्धार्थ त्रिपाठी की मदद से पूरे गांव के लोगों को एकजुट कर विकास की नई इबारत गढ़ने के लिए कदम बढ़ाया है.
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कल तक जिस गांव के लोग विकास योजनाओं का विरोध करते थे, आज वहीं गांव के लोग ग्रामीण विकास विभाग के सचिव की मदद से संकल्प लेकर पूरे गांव में हरियाली लाने के लिए मनरेगा के तहत कुदाल चला रहे है. ग्राम सभा के साथ-साथ महिलाओं ने भी लॉकडाउन की अवधि में अपने खेतों में टीसीबी खोदकर झारखंड के लिए उदाहरण पेश किया है.
आगामी 15 अगस्त तक पूरे इलाके में 400 एकड़ जमीन में टीसीबी का कार्य केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना मनरेगा के तहत पूरा करेंगे. पलायन रोकने और झारखंड में विकास को गति देने के लिए सिर्फ मनरेगा योजना ही काफी है. कल तक मनरेगा योजना में मजदूरों का भुगतान लंबित रहता था, आज उसी गांव में मनरेगा की योजनाएं बगैर किसी गड़बड़ी के बेहतर ढंग से संचालित ही रही हैं.