खूंटी: जिले के तोरपा में जमीन विवाद के कारण दो गुटों में जमकर मारपीट हुई. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं एक व्यक्ति घायल हुआ है. व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजनों ने खूंटी तोरपा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे.
दरअसल, जमीन विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के दो लोगों को बांधकर जमकर पीटा, जिससे 40 वर्षीय संजय भोक्ता की मौत हो गई, जबकि 34 वर्षीय दुखू भोक्ता घायल हो गया. मारपीट की सूचना पर स्थानीय मुखिया बिलराम कंडुलना से लेकर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पहुंचे. तब मुखिया और अन्य लोगों को भी जान से मारने की कोशिश की गई. जिसके बाद मुखिया ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस दी. पुलिस को देखते ही आरोपी भाग गए, तब लुहुलुहान अवस्था में संजय भोक्ता और दुखू भोक्ता को अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने संजय भोक्ता को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल दुखू भोक्ता का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
इमली तोड़ने पर बढ़ा विवाद: घायल दुखू भोक्ता ने बताया कि उनकी 13 एकड़ 28 डिसमिल की पुश्तैनी जमीन है. दो साल पहले उनकी इस जमीन पर खुदू प्रधान और उनके परिवार के लोग जबरदस्ती मालिकाना दावा करने लगे. इसे लेकर खुदू प्रधान से उनका विवाद चल रहा है. रविवार को सूचना मिली कि खुदू प्रधान के परिवार के लोग इस जमीन पर लगे इमली पेड़ से इमली तोड़ रहे हैं. इसके बाद विवाद शुरू हो गया. कहासुनी के दौरान मामला इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों की ओर से लाठी, डंडों और बांस के बोंगाट से वार होने लगे. दोपहर 12 बजे के लगभग घटी इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल दोनों भाइयों को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा. सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने संजय भोक्ता को मृत घोषित कर दिया. वहीं संजय के चचेरे भाई दुखू भोक्ता के सिर में भी गंभीर चोट लगी है. उसका इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है.
आश्वासन के बाद हटा जाम: घटनास्थल पर पहुंचे इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह और थाना प्रभारी मनीष कुमार मामले की छानबीन कर खुदू प्रधान के परिवार सहित दस लोगों को पूछताछ के लिए थाना ले गए हैं. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया. जिसके बाद ग्रामीण सड़क पर उतर आए और खूंटी सिमडेगा मुख्य पथ जाम कर दिया. शाम के समय जाम हुआ, सड़क को खुलवाने पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन देर रात 10 बजे तक ग्रामीण सड़क ही जमे हुए थे. एसडीओ अनिकेत सचान, सीओ सचिदानंद वर्मा, बीडीओ, डीएसपी खूंटी और तोरपा के इंस्पेक्टर समेत भारी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पहुंचे और ग्रामीणों से बात कर उन्हें सड़क को जाम मुक्त करने का आग्रह किया. लेकिन ग्रामीण मृतक के परिजनों को पारिवारिक लाभ और जमीन का मालिकाना हक दिलाने और हत्यारों को सजा दिलाने पर अड़े रहे. एसडीओ अनिकेत सचान ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जो भी नामजद होंगे और हत्या में शामिल होंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा और पीड़ितों के जमीन विवाद मामले को सुलझाया जाएगा. साथ ही एसडीओ ने बताया कि मृतक के आश्रितों को सरकारी प्रावधान के अनुरूप लाभ दिलाया जाएगा, तब जाकर देर रात खूंटी तोरपा मुख्य पथ जाम से मुक्त हो सका. बता दें कि ग्रामीणों के हटते ही सड़को पर गाड़ियों की भीड़ लग गई. शाम पांच बजे से लगे जाम के कारण कई बसें और लंबी दूरियां के वाहन जाम में फंस गए थे.