खूंटी: आईजी पंकज कंबोज मंगलवार को खूंटी एसपी कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे (Ranchi Zone IG inspected Khunti SP office) थे. जांचोपरांत आईजी ने वित्तीय अनियमितता पकड़ी. जिसमें जिले के दो सर्किल इंस्पेक्टर के कार्य और उनकी पोस्टिंग पर एसपी को सख्त लहजे में कहा कि 10 दिनों के भीतर तोरपा इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह और मारंगहादा इंस्पेक्टर सुकांत त्रिपाठी की एलपीसी (लास्ट पेमेंट सर्टिफिकेट) जमा कराए. वरना दो इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी.
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दरअसल तोरपा के सर्किल इंस्पेक्टर को विगत चार सालों से सैलरी नहीं मिली है और वो तीन वर्षों से तोरपा में बिना सैलरी के कैसे काम कर रहे हैं. उन्होंने उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया और उनसे एलपीसी की मांग की है. ईटीवी भारत से बात करते हुए आईजी पंकज कंबोज ने बताया कि जिला ज्वॉइन करने के बाद उनको छह माह तक सैलरी मिली. उसके बाद उनका वेतन नहीं मिला, जो कई सवाल खड़े करता है. ऐसे में उन्होंने कहा कि एसपी को जांच का आदेश दिया है. साथ ही दोनों इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है कि 10 दिनों के भीतर एलपीसी जमा करें, नहीं तो पहले सस्पेंड किया जाएगा. उसके बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
रांची जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पंकज कंबोज ने मंगलवार को खूंटी के पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण किया. जिला के एसपी समेत एएसपी अभियान, हेडक्वार्टर डीएसपी, खूंटी और तोरपा अनुमंडल के डीएसपी समेत विभिन्न थाना के थाना प्रभारी और सर्किल इंस्पेक्टर के साथ समीक्षा बैठक कर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई. साथ ही जिला पर्यवेक्षी पुलिस पदाधिकारी के पूरे वर्ष भर के कार्यों का भी जायजा लिया और पुलिस विभाग से संबंधित कार्यों को करने में जरूरी पहलुओं और कमियों को दुरुस्त करने को लेकर आईजी ने दिशा- निर्देश भी दिया.
आईजी ने कहा कि खूंटी जिले में दो- तीन अलग समस्याएं रही हैं. जिसमें मादक पदार्थों की तस्करी, अफीम की खेती, मानव तस्करी और नक्सल गतिविधियां शामिल हैं. इसके संबंध में भी निर्देश दिए गए. जिले में व्याप्त इन सभी समस्याओं को सूचीबद्ध करते हुए रिकॉर्ड रखते हुए जो विगत 8-10 वर्षों से आपराधिक और नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं और जेल जा चुके हैं. उनपर निगरानी रखते हुए कार्य करने का निर्देश दिया. साथ ही अफीम की खेती और मादक पदार्थो की तस्करी में पूर्व में जेल जा चुके अपराधियों पर विशेष निगरानी रखते हुए कार्य करने का निर्देश दिया.
निरीक्षण के पश्चात रांची जोन के आईजी स्थानीय पत्रकारों से मुखातिब हुए और कहा कि खूंटी पुलिस अच्छा कार्य कर रही है. अफीम की खेती का विनष्टीकरण और जन जागरुकता के माध्यम से अफीम की खेती पर अंकुश लगाने से जिले में मादक पदार्थों के उत्पादन पर रोक लगायी जा सकेगी. साथ ही पूर्व में एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जा चुके, अफीम तस्करों और अन्य अपराधियों पर निगरानी रखते हुए अन्य जिलों के तस्करों पर भी संबंधित जिले के एसपी से अनुमति लेकर निगरानी रखने का दायित्व दिया जाएगा.
ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले भी खूंटी जिले में देखने को मिलते हैं. इन मामलों पर संबंधित विभाग द्वारा विशेष कार्य योजना बनाकर ट्रैफिकिंग में शामिल तस्करों को कानून के तहत जेल भेजा जाएगा. नक्सली और प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने और उनपर अंकुश लगाने पर बल दिया. रांची जोन के आईजी ने जिले में बढ़ते अपराध, अफीम विनष्टीकरण, जनजागरूकता और नक्सली गतिविधियों को नियंत्रण में रखने हेतु बेहतर कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की योजना बनाने का निर्देश भी जिले के पुलिस पदाधिकारियों को दिया.