खूंटी: बीजेपी के गढ़ में झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने जनता दरबार लगाया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ रही. यहां वित्त मंत्री और खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव को 25 लोगों ने आवेदन देकर अपनी समस्या बताई. जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव की लोगों से मुलाकात को पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री और स्थानीय विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने नौटंकी करार दिया है.
20 सूत्री के जिला प्रभारी बनाए जाने के बाद पहली बार वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव खूंटी पहुंचे. यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. रामेश्वर उरांव ने खूंटी परिसदन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और क्षेत्र संबंधी मामले की जानकारी ली. इस जनसुनवाई कार्यक्रम में जिले का कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था. वावजूद इसके मंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत की और कार्यकर्ताओं को मिले शिकायत और ग्रामीणों द्वारा उन्हें दिए गए आवेदन को उन्होंने लिया. कार्यकर्ताओं ने उन्हें 25 आवेदन में दिए जिसमें पेंशन की समस्या, जमीन की हेराफेरी से लेकर बिजली बिल जैसी समस्याएं बताई गई थीं. मामले पर मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि अधिकारियों से बात कर जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा.
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इधर, बीजेपी ने रामेश्वर उरांव के जनसुनवाई कार्यक्रम को नौटंकी बताया है. स्थानीय विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि जनसुनवाई में न तो कोई ग्रामीण रहा न ही कोई जनप्रतिनिधि ऐसे में मंत्री ने कैसे जनसुनवाई की और किसका समाधान किया. उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ झामुमो को भी टारगेट करते हुए कहा कि वे सिर्फ लोगों को वेवकूफ बना रहे हैं. कांग्रेस के जनसुनवाई कार्यक्रम में झाविमो के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने खूंटी में सड़क पर बढ़ती भीड़, दुर्घटनाएं और लंबित बाईपास सड़क निर्माण, रनियां में एक बैंक पर पूरे प्रखंड वासियों की निर्भरता और पुलिसकर्मियों के लंबित वेतन भुगतान का मामले पर ज्ञापन दिया.