खूंटीः उपायुक्त और एसपी के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन की टीम लगातार अफीम के खिलाफ अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत अड़की, मुरहू और खूंटी के प्रखंड के इलाकों में अफीम की खेती को चिन्हित किया गया. इसके बाद पांच एकड़ जमीन पर लगे अफीम की फसल को नष्ट किया गया. अब खूंटी पुलिस अफीम की खेती करने वाले किसानों की तलाश में जुटी है.
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डीसी शशि रंजन और एसपी अमन कुमार पहली बार अड़की प्रखंड के तोडांग पंचायत के बदानी गांव पहुंचे. यह इलाका अति नक्सल प्रभावित है. इस नक्सल प्रभावित इलाका में पहुंचकर अफीम के लहलहाते खेतों में पहुंचकर फसल नष्ट किया. यह प्रशासन की बड़ी सफलता है. इस अभियान से साफ जाहिर होता है कि नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगा है.
अड़की प्रखंड के बदानी में डीसी और पुलिस अधीक्षक के साथ अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत सचान, एएसपी अभियान रमेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी रुद्र नारायण सहित कई वरीय पदाधिकारी शामिल थे. अफीम की खेती को नष्ट करने के बाद उपायुक्त ने ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में उपस्थित ग्रामीणों को अफीम की खेती से होने वाले हानि की जानकारी दी. इसके साथ ही मौसमी खेती करने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों के बीज सरसों का बीज और जरूरतमंद के बीच कंबल वितरण किए.
ग्रामीणों से बातचीत में उपायुक्त ने कहा कि ग्राम सभा के माध्यम से योजना का चयन करें और चयनित योजनाओं का प्रस्ताव प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध कराए. उपायुक्त ने बीडीओ को निर्देश दिया कि ग्राम सभा से स्वीकृत योजनाओं पर शीघ्र काम शुरू कराए, ताकि ग्रामीणों को मूलभूत सुविधायें मिल सके. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर दस ग्रामीणों की सूची उपलब्ध कराये, ताकि उन्हें प्रशिक्षण के लिए रांची भेजा जा सके. उन्होंने कहा कि अफीम की खेती करने वाले किसानों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया है. उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अफीम की खेती छोड़कर लेमन ग्रास, चीकू, ड्रैगन फ्रूट आदि की खेती करें, जिससे काफी आमदनी होगा.