खूंटीः शहर में दो गुटों के हिंसक झड़प और फिर बाद में बंद के दौरान हालात काफी तनापूर्ण रहे. कई बार स्थिति नियंत्रण से बाहर दिखी. इस दौरान कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया, हालांकि देर रात तक उन्हें छोड़ दिया गया. दोनों पक्षों को शांत कराने में पुलिस को लगभग 20 घंटे से ज्यादा का समय लग गया. शहर में शांति कायम करने के लिए पुलिस फ्लैग मार्च भी किया.
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खूंटी शहर को भयमुक्त करने के लिए पुलिस प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला. फ्लैग मार्च खूंटी थाना से निकलकर नेताजी चौक होते हुए आजाद रोड, भट्ठी रोड, शिवाजी चौक, महादेव मंडा से होते हुए कर्रा रोड और आसपास की गलियों से होकर फिर खूंटी थाना परिसर पहुंचा. बुधवार देर शाम हुए फ्लैग मार्च के दौरान शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. गलियों की सड़को पर खड़े युवकों से पुलिस ने सख्ती भी की और घर में ही रहने की अपील की.
बता दें कि मंगलवारी जुलूस के समय रात में दो गुटों के बीच हल्की झड़प के बाद विवाद गहरा गया. रात में खूंटी थाना पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया लेकिन बुधवार तड़के फिर दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और पूरा शहरी इलाका अशांत हो गया. लगातार बढ़ते तनाव के बाद पुलिस झड़प वाले इलाके से कुछ युवकों को पूछताछ के लिए थाना ले आयी. इसके बाद इलाके में तनाव बढ़ने लगा. जिले के शीर्ष अधिकारियों ने अलग-अलग कई राउंड बैठक की और पूरे क्षेत्र को पांच जोन में बांटकर मजिस्ट्रेट बहाल कर दिए गए. साथ ही राजधानी से पुलिस फ़ोर्स की कंपनियां मंगाकर इलाके में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए तैनात किए गए. पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया. इसी क्रम में फ्लैग मार्च करते हुए संवेदनशील गली और मोहल्लों में लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गई.