खूंटीः जिला मुख्यालय से महज दो किमी की दूरी पर लगी सभी अवैध अफीम की फसलों को खूंटी पुलिस की टीम ने ट्रैक्टर से रौंद डाला. कई जगहों पर ट्रैक्टर नहीं पहुंच पाने के कारण जवानों ने लाठी डंडे से विनष्ट कर दिया. शहर के नजदीक लगे इस अवैध फसलों पर जिला प्रशासन की नजर तब गई जब ईटीवी ने ग्राउंड जीरो से खबर को प्रमुखता से दिखाया था. बुधवार को खबर प्रकाशित होते ही पुलिस कप्तान के निर्देश पर गठित टीम ने तिरला पंचायत क्षेत्रों में लहलाती लगभग 20 एकड़ से अधिक अफीम की फसलों को नष्ट कर दिया है.
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स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई
ईटीवी भारत की टीम गुरुवार को विनष्टीकरण अभियान में पहुंची, जहां देखा कि कई एकड़ में फैली अफीम को नष्ट किया जा रहा है. अफीम को नष्ट करने में शामिल जवानों ने बताया कि लाठियों से अफीम को झाड़ना बहुत कठिन है, बावजूद इसे नष्ट करना पड़ता है. ईटीवी भारत की टीम को पुलिस पदाधिकारियों और जवानों ने बताया कि अब क्षेत्र में अफीम नहीं रहेगा. विनष्टीकरण अभियान में शामिल पुलिसकर्मियों ने बताया कि जल्द ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अफीम कारोबार से जुड़े लाोगों के खिलाफ कार्रवाई
अवैध अफीम के बढ़ते दायरे का कारण पुलिस के पास भी नहीं, लेकिन सवाल ये है कि बिना स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कैसे अफीम की खेती हो सकती है. सूत्रों की माने तो पुलिस के मुखबिर अफीम की खेती कर रहे है. हालांकि इस सवाल पर भी पुलिस ने जवाब नहीं दिया, लेकिन दावा जरूर किया है कि जांच कर कार्रवाई होगी. जल्द ही इससे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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खेतों में लगाते है खुजली वाले पौधे
ईटीवी भारत की टीम को पुलिस के जवानों ने बताया कि विनष्टीकरण के दौरान विरोध का भी सामना करना पड़ता रहा है. हालांकि, उन्हें समझा बुझाकर भगा दिया जाता है, लेकिन कुछ जगहों पर अफीम माफिया पुलिस को परेशान करने के लिए खेतों में खुजली वाले पौधे (अलकुस्सी) लगा देते हैं, जिससे जवानों को परेशानी होती है. खूंटी पुलिस लगातार अफीम पर डंडे चला रही है, लेकिन हजारों एकड़ में जिले के अलग-अलग इलाकों में की गई अवैध अफीम की खेती ने पुलिस महकमा की नींद उड़ा दी है.