खूंटी: जिले में अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है. पुलिस अभियान चला कर अफीम की फसल को नष्ट कर रही है. जनवरी माह के अंत तक खूंटी पुलिस ने लगभग 1100 एकड़ में लगी अफीम की फसल को नष्ट की थी. जबकि फरवरी में अब तक लगभग 100 एकड़ अफीम नष्ट की है. वहीं 150 एकड़ से अधिक की अफीम फसल को ग्रामीणों ने खुद से नष्ट किया है. मंगलवार को खूंटी पुलिस ने साइको थाना क्षेत्र निवासी एक शख्स को अफीम के फल में चीरा लगाते रंगे हाथ पकड़ा गया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अफीम के फलों में चीरा लगाने का काम शुरूः अब अफीम के फलों में चीरा लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. अफीम उगाने वाले किसान और माफिया फलों से अफीम निकालने लगे हैं. कई स्थानों पर अफीम निकाले भी जा चुके हैं. कई अवैध कारोबारी अपने मंसूबे में सफल हो गए हैं. वहीं कई इलाकों में अभी फलों से अफीम नहीं निकाला जा सका है.
पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कीः इधर, एसपी अमन कुमार ने कहा कि अफीम की खेती को लेकर अड़की थाना क्षेत्र में तीन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें बडानी क्षेत्र के गुरु दयाल मुंडा, गुरुवा मुंडा और नंदलाल मुंडा शामिल हैं. जबकि मंगलवार को सायको थाना क्षेत्र के माइलबुरू गांव के सामु मुंडा को अफीम में चीरा लगाते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया और सामु को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
अफीम की खेती करने वालों को चिह्नित कर पुलिस करेगी कार्रवाईः एसपी ने कहा कि अफीम की खेती करने वालों को चिह्नित किया जा चुका है. जल्द ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी जाएगी और गिरफ्तार किया जाएगा. जिले में ज्यादातर खेती वन क्षेत्र में की गई है. ऐसे में खेती करनेवालों की पहचान करना थोड़ा मुश्किल होता है. जिसके कारण किसानों को चिह्नित करने में परेशानी होती है. गौरतलब है कि जिले के खूंटी, अड़की और मुरहू प्रखंड क्षेत्रों में वॄहद पैमाने पर अफीम की खेती की गई है.