खूंटी: प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई का हार्डकोर लाखा पहान 6 महीने पूर्व जेल से बाहर निकला है. जेल से निकलते ही पीएलएफआई संगठन से जुड़ा और सब जोनल कमांडर का पदभार संभालते ही रंगदारी मांगना शुरू कर दिया है. हालांकि पुलिसिया दबिश के कारण लाखा शांत था. लेकिन शनिवार शाम को पीएलएफआई संगठन के नाम से लाखा पहान ने मुरहू स्तिथ पेट्रोल पंप से पांच लाख की लेवी मांगी है. रंगदारी नहीं देने पर पंप बंद करने और पुलिस को जानकारी देने पर मौत का फरमान सुनाया है. पंप व्यवसायी हीरालाल साहू ने मुरहू पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और संगठन की ओर से दिया गया रंगदारी लेटर के साथ एफआईआर दर्ज करवाई है.
पांच लाख रंगदारी की मांग
पीएलएफआई संगठन के दो युवक एक ही बाइक पर सवार होकर पेट्रोल पंप पहुंचे. जहां महिलाकर्मियों को पीले रंग का लिफाफा दिया. पहले तो पंपकर्मियों ने लेने से मना किया. लेकिन युवकों ने धमका कर लेटर पंप मालिक को देने को कहा और चलते बने. पंप मालिक हीरालाल साहू जब पहुंचे तो संगठन का दिया लिफाफा खोला तो देखा कि नक्सलियों ने पांच लाख की रंगदारी मांगी है. नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है.
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पुलिस कर रही जांच
पेट्रोल पंप मालिक की लिखित शिकायत के बाद मुरहू पुलिस ने कांड दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अनुसंधान में जुट गई है. खूंटी पुलिस का दावा है कि बाइक से आये युवकों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.